Ghaziabad News : गाजियाबाद, बुलन्दशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्रियों द्वारा ज़हरीला धुआं छोड़े जाने के मामले ने फिर से गंभीर चिंता पैदा कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ता भूमेश शर्मा ने इस मुद्दे को उजागर करते हुए संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए एक पत्र भेजा है। भूमेश शर्मा ने बताया कि यह फैक्ट्रियां कबाड़ में इकट्ठा किए गए टायर और प्लास्टिक को अवैध रूप से जलाकर प्रदूषण फैला रही हैं, जिससे आसपास के हायराइज़ सोसायटी और कॉलोनियों में रहने वाले लोग अस्थमा, फेफड़ों और आंखों की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।
हवा में घुलता जहर, नियमों की अनदेखी
भूमेश शर्मा ने बताया कि पूरे देश में प्रदूषण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय और सरकारें सख्त कदम उठा रही हैं, गाजियाबाद का यह औद्योगिक क्षेत्र नियमों और आदेशों की धज्जियां उड़ाने में लगा हुआ है। शर्मा ने दावा किया कि उन्होंने एनएच-9, लाल कुआं के समीप सुबह 10:30 बजे फैक्ट्रियों से निकलते काले धुएं की तस्वीर खींची, जो सरकारी नियमों और पर्यावरणीय दिशा-निर्देशों के खुल्लेआम उल्लंघन को दर्शाती है।
प्रदूषण विभाग पर लगे गंभीर आरोप
भूमेश शर्मा ने प्रदूषण विभाग पर भी सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि विभाग के भ्रष्टाचार के कारण ये फैक्ट्रियां बेधड़क काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, “इतने सख्त नियमों और पाबंदियों के बावजूद इन फैक्ट्रियों का दिन-रात जहरीला धुआं छोड़ना विभाग की अनदेखी या मिलीभगत को साफ दर्शाता है।
नागरिकों का जीवन खतरे में
भूमेश शर्मा ने बताया कि इस क्षेत्र में रहने वाले नागरिक लंबे समय से इस समस्या का सामना कर रहे हैं। प्रदूषण के कारण बच्चों और बुजुर्गों में श्वसन से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। बावजूद इसके, प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। भूमेश शर्मा ने सरकार और प्रशासन से इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेने और दोषी फैक्ट्रियों को बंद करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो नागरिकों का जीवन और भी कठिन हो जाएगा।