शकील बेग ने बेटी को दिया ऐसा तोहफा, दूर- दूर तक हो रही चर्चा, बोले- राकेश टिकैत से ‌मिली प्रेरणा

गाजियाबाद की चर्चित शादी : शकील बेग ने बेटी को दिया ऐसा तोहफा, दूर- दूर तक हो रही चर्चा, बोले- राकेश टिकैत से ‌मिली प्रेरणा

शकील बेग ने बेटी को दिया ऐसा तोहफा, दूर- दूर तक हो रही चर्चा, बोले- राकेश टिकैत से ‌मिली प्रेरणा

Tricity Today | दुल्हन के लिबास में बेटी ज़ोया और तोहफे में मिला ट्रैक्टर।

Ghaziabad News : गाजियाबाद जिले में डासना के पास एक गाँव कुशलिया है। कुशलिया गांव में रहने वाले किसान शकील बेग ने तीन दिन पहले गांव के ‌ही शा‌किब के साथ बेटी की शादी की है। शाकिब का परिवार भी खेती बाड़ी करता है। धूमधाम से हुई इस शादी को शकील बेग की सोच ने खास बना दिया। उन्होंने बेटी को कोई महंगी कार देने के बजाय ट्रैक्टर तोहफे में दिया है। शकील बेग का कहना है कि कार किसान का खर्च बढ़ाती है और ट्रैक्टर उसकी आमदनी। बेटी के परिवार की खुशहाली के लिए ट्रैक्टर भेंट किया है ताकि परिवार को खेत का काम करने सहुलियत हो सके।



भाकियू से जुड़ा हुआ है शकील बेग का परिवार 
बेटी को तोहफे में ट्रैक्टर मिलने की प्रेरणा कैसे मिली, इस पर शकील बेग कहते हैं, हमारा परिवार भारतीय किसान यूनियन से जुड़ा हुआ है, सिकरोड़ में रहने वाले छोटे चौधरी भाकियू (टिकैत) में जिला उपाध्यक्ष हैं। उनके जरिए टिकैत साहब (राकेश टिकैत) से मिलना- जुलना होता रहता है। टिकैत साहब हमेशा कहते हैं कि ट्रैक्टर किसान का टैंकर होता है, किसान का जहाज होता है। टिकैत साहब फिजूल खर्ची के भी खिलाफ रहते हैं, उन्होंने कभी किसानों से नहीं कहा कि कार अच्छी होनी चाहिए, हमेशा बोलते हैं- अपना ट्रैक्टर अच्छा राक्खो।

कार देने से बेटी के परिवार पर बोझ बढ़ता
अपनी बेटी ज़ोया को शादी में ट्रैक्टर के रूप में अनूठा गिफ्ट देने वाले शकील बेग की खूब प्रशंसा हो रही है। उनका कहना है कि तोहफे में कार देने पर बेटी के परिवार पर खर्च का बोझ बढ़ता, ऐसा तोहफा देकर वे बेटी के ससुराल वालों पर व्यर्थ का बोझ नहीं डालना चाहते थे। ट्रैक्टर उनके खेतीबाड़ी के काम के बोझ को हल्का करेगा। शकील बेग ने शादी में बेटी को मैसी ट्रैक्टर का तोहफा देकर सबको चौंका दिया। इसके जरिए उन्होंने किसानों को अच्छा संदेश देने का प्रयास किया है। ट्रैक्टर

पाकर लड़के वाले भी हुए गदगद
दूल्हे शाकिब के पिता शाहिद प्रधान भी तोहफे में ट्रैक्टर पाकर खुश हैं। उनका कहना है कि किसी किसान के ल‌िए इससे बड़ा तोहफा और क्या हो सकता है। ट्रैक्टर से खेत में काम करेंगे, इससे तरक्की मिलेगी और काम आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्य किसानों को भी इस बात पर विचार करना चाहिए। अच्छा तोहफा वही होता जो खुशहाली लाए। शाकिब कहते हैं कि झूठी शान में खर्च बढ़ाने वाले तोहफे किस काम के।

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