Tricity Today | गाजियाबाद धरने में शामिल किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी की
गाजियाबाद में यूपी गेट बॉर्डर पर चल रहे धरने में एक किसान ने शनिवार की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। किसान ने नगर निगम के शौचालय में फंदा लगाकर आत्महत्या की है। किसान ने गुरमुखी में सुसाइड नोट भी लिखकर छोड़ा है। भाकियू का कहना है किसान ने आत्महत्या की वजह किसान बिल वापस नहीं होना लिखा है। आपको बता दें कि शुक्रवार को बागपत के किसान गलतान सिंह की धरनास्थल पर मौत हो गई थी। गलतान सिंह शुरू से धरने में शामिल थे। लगातार दूसरे दिन किसान की मौत से रोष बढ़ रहा है। वहीं, किसानों का कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होंगे, धरने पर बैठे रहेंगे।
धरनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक किसान कश्मीर सिंह (57 वर्ष) रामपुर के बिलासपुर के रहने वाले थे। आज सुबह उन्होंने धरनास्थल के पास गाजियाबाद नगर निगम के शौचालय में प्लास्टिक की रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। कश्मीर सिंह ने गुरमुखी हिंदी में अपना सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें उन्होंने अपना अंतिम संस्कार यूपी गेट पर ही करने की इच्छा जताई है। कश्मीर सिंह का बेटा और पोता धरनास्थल पर आए हुए हैं।
लगातार दूसरे दिन किसानों की यह दूसरी मौत है। शुक्रवार को बागपत के किसान की ठंड के कारण धरना स्थल पर मौत हुई थी। अब कश्मीर सिंह की शनिवार की सुबह मौत हुई है। कश्मीर सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए किसानों ने धरनास्थल पर शोक सभा का आयोजन किया। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत तमाम लोग शामिल हुए हैं। किसानों ने अपना प्रण दोहराया है। उनका कहना है कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेगी, तब तक यहां से वापस नहीं जाएंगे। इसके लिए चाहे कितने भी लोगों की जान क्यों ना चली जाए।