लोनी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर को किसान नेताओं के साथ-साथ अब अपनी ही पार्टी के नेताओं ने भी निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को किसान नेता दिगंबर सिंह ने गाजियाबाद के कौशांबी थाने में विधायक के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। किसानों ने ऐलान किया है कि अगर विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो थाने का घेराव किया जाएगा। धरना दिया जाएगा। दूसरी ओर विधायक अपने ही घर में घिरते नजर आ रहे हैं। लोनी नगर पालिका के अध्यक्ष मनोज धामा ने विधायक के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा है। विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी की छवि खराब करने की बात पत्र में लिखी है।
किसान नेता दिगम्बर सिंह ने लोनी विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए कौशाम्बी थाने में शिकायत दी है। विधायक पर आरोप है कि वह असामाजिक तत्व को साथ लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे। उन्होंने धरना दे रहे किसान नेताओं पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की है। किसान नेता का दावा है कि विधायक के खिलाफ वीडियो उपलब्ध है। जिसमें वह हथियारबंद बदमाशों के साथ दिख रहे हैं। दिगंबर सिंह ने कहा है कि 4 घंटे के अंदर एफआईआर नहीं की गई तो थाने का घेराव किया जाएगा। बड़ी संख्या में किसान थाने पर धरना शुरू करेंगे।
दूसरी ओर लोनी नगर पालिका के चैयरमैन ने विधायक नंद किशोर गुर्जर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है। चेयरमैन ने भाजपा की छवि खराब की है। विधायक ने किसानों को उकसाया है। पार्टी की छवि लोनी विधायक ने पहले भी खराब की थी। आरोप लगाया कि विधायक ने विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर विधानसभा के बाहर धरना दिया था। लोनी की चेयरमैन ने पत्र में लिखा कि विधायक की विधानसभा की सदस्यता रद्द की जाए। विधायक के संबंध किसान नेताओं से हैं। इसकी गोपनीय जांच की जानी चाहिए।
लोनी की चेयरमैन ने पत्र में लिखा, "राकेश टिकैत पहले शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तारी देने के लिए तैयार थे। राकेश टिकैत ने विधायक नंद किशोर गुर्जर के आंदोलन स्थल पर पहुंचने के बाद न तो गिरफ्तारी दी है और न ही धरना खत्म होने दिया। साथ ही धरना स्थल पर केवल 500-700 आदमियों का समूह था। विधायक नंद किशोर ने जानबूझकर उसे हज़ारों की भीड़ में तब्दील कर दिया है।" चेयरमैन ने पत्र में लिखा, "आने वाले विधानसभा चुनाव में नंद किशोर गुर्जर समाजवादी पार्टी के साथ जुड़कर चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसलिए सरकार को खोखला करने की निरंतर साजिश करते चले आ रहे हैं।
राष्ट्रद्रोह और अन्य गंभीर मामलों में जेल जाने से बचने के लिए@RakeshTikaitBKU मेरे नाम का दुरुपयोग कर झूठ बोल रहे है। किसान आंदोलन के नाम पर तिरंगे का अपमान कर एक्सपोज़ हो चुके टिकैत बचने के लिए जाति-विक्टिम कार्ड खेल रहे है।देश की जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।@BJP4UP#mlalonipic.twitter.com/4C9hZGtcNe
दूसरी ओर नंदकिशोर गुर्जर ने चारों तरफ से खुद को घिरता देखकर शुक्रवार की दोपहर बाद एक वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर जारी किया है। जिसमें उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। नंदकिशोर गुर्जर का कहना है, "वह गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर नहीं गए थे। राकेश टिकैत सरासर झूठ बोल रहे हैं। वह जातिगत आधार पर किसानों का विभाजन करना चाहते हैं। मैं खुद किसान हूं।" इतना ही नहीं इस वीडियो में नंदकिशोर गुर्जर ने राकेश टिकैत को तथाकथित किसान नेता बताया है। इसके बाद नंदकिशोर गुर्जर के छात्र जीवन के दोस्त और भाजपा नेता यतेंद्र नागर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने भी दावा किया कि नंदकिशोर गुर्जर गाजीपुर बॉर्डर नहीं गए थे। जब उनसे वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दावा किया कि यह वीडियो झूठा है। अगर यह साबित हो जाए कि विधायक गाजीपुर बॉर्डर गए थे तो वह अपने पद से त्यागपत्र देने के लिए तैयार हैं। जितेंद्र नागर के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए एक अन्य व्यक्ति ने राकेश टिकैत पर आरोप लगाया कि उन्होंने भारतीय किसान यूनियन को एक जाति विशेष से जोड़ कर रख दिया है। अगर कोई दूसरी बिरादरी का नेता आगे बढ़ता है तो उसे खत्म करने के लिए राकेश टिकैत साजिश रचते हैं।