Gaziabad News : दिन प्रतिदिन साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। साइबर ठगी के नए-नए तरीके निकालते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद शहर में सिहानी गेट थाने के पास देखने को मिला है। 12 साल के बच्चे को एक गेम में 700 रुपये की गन लेने के लिए ठगों ने अपने झांसे में ले लिया। जिसके बदले में साइबर क्राइम ठग ने खाते से दो लाख से अधिक रुपए उड़ा दिए। पीड़ित पिता ने सिहानी गेट थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
700 रुपए में गन दिलाने का दिया झांसा
सीओ (साइबर क्राइम) अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि सिहानी गेट थाने में कुछ दिनों पहले एक मुकदमा दर्ज हुआ था। एक 12 साल के बच्चे को बैटल रॉयल गेम खेलते समय ऊंचे लेवल पर जाने के लिए ठग ने गेम में 700 रुपए की गन दिलाने का झांसा दिया। पीड़ित ने बच्चे से गन दिलाने के लिए उसके पिता की बैंक अकाउंट इनफार्मेशन ले ली। जिसके बाद आरोपी ने बैंक अकाउंट से 2 लाख रुपए से अधिक निकाल लिए थे।
आरोपी के पास से सामान किया बरामद
पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए बरेली के रहने वाले विशांत बाबू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी एमए तक पढ़ाई करने के बाद बारंबाकी में रहता था। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी के पास से ठगी के रुपए से खरीदी गई एक सोने की चेन, 2 मोबाइल और दो एटीएम कार्ड आदि सामान बरामद किया है।
12 से 16 साल के बच्चों को बनाता था ठगी का शिकार
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह खुद भी गेम खेलता था। विशांत खुद एक बार गेम खेलने के दौरान ठगी का शिकार हो चुका था। जिसके बाद उसे दूसरों को ठगने का आइडिया आया था। विशांत 12 से 16 साल के बच्चों को शिकार बनाता था। आरोपी इंस्टाग्राम पर गेम में कुछ लेवल पर जाने और 3 हजार रुपए मे बेहतरीन टूलकिट दिलाने का झांसा देता था।
100 से अधिक लोग बनाए शिकार
विशांत ने बताया कि टूल किट दिलाने के नाम पर वह डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और बैंक डिटेल के बारे में जानकारी लेता था। जो बच्चे यूपीआई से पैसे ट्रांसफर नहीं करवाते थे, उनसे वह कार्ड की डिटेल ले लेता था। कार्ड के जरिए शॉपिंग करता था। आरोपी ने बताया कि 100 से ज्यादा बच्चों के पेरेंट्स के अकाउंट से रुपए चुराए हैं। आरोपी के बैंक अकाउंट से 20 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन मिला है।
इन बातों का रखें अवश्य ध्यान
बच्चों को ज्यादा देर किसी गेम को खेलने न दें।
बच्चों को अपने बैंक अकाउंट या कोई भी पर्सनल इंफॉर्मेशन नहीं देनी चाहिए।
मोबाइल गेम में जीतने पर बच्चों की तारीफ नहीं करनी चाहिए।
अगर बच्चे ज्यादा गेम खेलते हैं तो उनका ध्यान दूसरी तरफ आकर्षित करने की कोशिश करें।
बच्चा कौन सा गेम खेल रहा है। इसका ध्यान अवश्य रखना चाहिए।