कोरोना संक्रमित और हालत गंभीर होने पर भी जिला अस्पताल ने करवाया घंटों का इंतजार, महिला ने दामाद के सामने दम तोड़ा

Ghaziabad: कोरोना संक्रमित और हालत गंभीर होने पर भी जिला अस्पताल ने करवाया घंटों का इंतजार, महिला ने दामाद के सामने दम तोड़ा

कोरोना संक्रमित और हालत गंभीर होने पर भी जिला अस्पताल ने करवाया घंटों का इंतजार, महिला ने दामाद के सामने दम तोड़ा

Tricity Today | महिला ने एम्बुलेंस में दम तोड़ा

सुविधाओं के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं। परिजन जिंदगी की तलाश में मरीजों को लेकर इधर-उधर दौड़ रहे हैं। लेकिन कहीं भी राहत की सांसे नहीं बल्कि मौत मिल रही है। अपनी बीमार सास को लेकर एक दामाद दिल्ली से लेकर गाजियाबाद तक के अस्पतालों में भटकता रहा, कहीं किसी अस्पताल में इलाज नहीं मिला तो बुधवार सुबह वह गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल पहुंचा तो उसकी सास की तबीयत बुरी तरह से खराब हो चुकी थी। सांस लेने में इतनी तकलीफ थी, वह निढाल हो जा रही थीं और देखते ही देखते महिला ने दम तोड़ दिया। 

मृतक महिला के दामाद संदीप चड्डा ने बताया कि दिल्ली में उनकी 70 वर्षीय सास सुनीता कक्कड़ कोरोना संक्रमित हो गई थीं। जिस कारण उन्हें अचानक ही सांस लेने में परेशानी होने लगी। परेशानी बढ़ती देख उन्हें दिल्ली के कई अस्पतालों में ले जाया गया। लेकिन कहीं भी उन्हें भर्ती नहीं किया गया। इसके बाद वह अपनी सास को जिला संयुक्त अस्पताल लेकर आए। 

यहां पर अस्पताल के स्टाफ द्वारा कहा गया कि इनकी दोबारा से जिला अस्पताल में कोविड-19 जांच होगी। परिजनों ने कहा कि वह पहले से ही जांच करा चुके हैं और यह कोविड-19 संक्रमित हैं। लेकिन स्टाफ ने उनकी नही मानी। संदीप ने बताया कि वह अपनी सास को 5 किमी दूर जिला अस्पताल लेकर आए। लेकिन यहां के सिस्टम के कारण पूरी प्रक्रिया में उन्हें करीब 2 घंटे बीत गए। 2 घंटे तक सुनीता कक्कड़ एंबुलेंस में ही मौत से लड़ती रहीं। 2 घंटे बाद सुनीता कक्कड़ ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। इस पूरी घटना के बाद परिजनों ने सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।

गाजियाबाद में कोरोना से जिले में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रोजाना नए मरीजों की बढ़ती संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके कारण हालत गंभीर होते जा रहे है। संसाधनों की इस कमी के कारण ही मरीजों को प्रभावी ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा है। नतीजा यह है कि रोजाना लोग दम तोड़ रहे हैं। दिल्ली के साथ गाजियाबाद में भी हालात लगातार बेकाबू होते नजर आ रहे है। गाजियाबाद के कोविड-19 अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है। 

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