गजियाबाद के कोविड अस्पताल होंगे नॉन कोविड, गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने की यह खास व्यवस्था

अच्छी खबर : गजियाबाद के कोविड अस्पताल होंगे नॉन कोविड, गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने की यह खास व्यवस्था

गजियाबाद के कोविड अस्पताल होंगे नॉन कोविड, गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने की यह खास व्यवस्था

Google Image | Symbolic Photo

Ghaziabad News : कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने और कोविड अस्पतालों में पिछले एक महीने से किसी भी संक्रमित के भर्ती नहीं होने पर अब स्वास्थ्य विभाग ने कोविड अस्पतालों को नॉन कोविड करने का मन बना लिया है। इमरजेंसी के लिए जिले में केवल दो अस्पतालों में कोविड  मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था रहेगी। हालांकि, कुछ दिन पहले तक इसके लिए कमेटी का गठन करने और कमेटी की रिपोर्ट पर ही अस्पतालों को नॉन कोविड करने पर विचार चल रहा था। एसीएमओ प्रशासन डॉ.सुनील त्यागी के अनुसार नॉन कोविड संंबंधी सूचना सभी कोविड अस्पतालों को इसी सप्ताह में जारी कर दी जाएगी। 

60 निजी अस्पतालों में 4 हजार बेड
कोरोना संक्रमण से ग्रस्त मरीजों के उपचार को लेकर जिले में सरकारी के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में व्यवस्था की गई है। तीसरी लहर में जनवरी 2022 में लोग बड़ी संख्या में संक्रमण की चपेट में आ भी रहे थे। जिसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राइवेट अस्पतालों में भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए व्यवस्था करने को कहा गया था। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में सरकारी समेत 60 निजी अस्पतालों में करीब 4 हजार बेड के साथ कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था की गई थी। इसमें सरकारी स्तर पर कोविड लेवल-3 के लिए संतोष अस्पताल, कोविड लेवल-2 के लिए संयुक्त अस्पताल, राजेन्द्र नगर स्थित ईएसआईसी और रामा मेडिकल कॉलेज में उपचार की व्यवस्था की गई। 

मरीजों की संख्या हुई कम
इसके अलावा 51 निजी अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए बेड आरक्षित करने को कहा गया था, लेकिन गंभीर मरीजों की संख्या कम रहने पर कुछ ही अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करके उपचारित किया गया। सरकारी स्तर पर कंबाइंड अस्पताल और ईएसआई राजेंद्र नगर को एक्टिव ही नहीं किया गया। अधिकांश मरीज निजी अस्पतालों में ही भर्ती हुए और सरकारी स्तर पर केवल संतोष अस्पताल में मरीजों को भर्ती किया गया। जनवरी के बाद मरीजों की संख्या में कमी होना शुरू हुआ। जिसके बाद करीब एक माह से किसी कोविड अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती नहीं किया गया है। अधिकांश मरीजों का उपचार होम आइसोलेशन में ही किया गया। 

अस्पतालों में कोई मरीज भर्ती नहीं
तीसरी लहर में सबसे अधिक मरीज जनवरी 2022 में 27052, फरवरी में 1700 और मार्च में यह संख्या 195 रह गई। संक्रमण कम होने और गंभीर मरीज नहीं मिलने पर निजी कोविड अस्पतालों की ओर से नॉन कोविड किए जाने की मांग की जा रही थी। एसीएमओ डॉ.सुनील त्यागी का कहना है कि संक्रमण कम होने पर अस्पतालों में कोई मरीज भर्ती नहीं है। अब बिना किसी कमेटी गठन के सभी कोविड अस्पतालों को नॉन कोविड किया जा रहा है। इस संबंध में जल्द ही निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। अब केवल संतोष अस्पताल और नेहरू नगर स्थित यशोदा अस्पताल में ही कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जाएगा।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.