Ghaziabad News : गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने एक उच्च शिक्षा प्राप्त गांजा तस्कर को पकड़ा है। पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से वह अमेजन की पैकिंग में गांजा तस्करी करता था। पकड़े गए अभियुक्त ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कोरोना काल के दौरान उसकी नौकरी चली गई थी, जिसके बाद उसे पैसे की किल्लत होने लगी। उसने अपने साथी के साथ मिलकर गांजा तस्करी का कार्य शुरू कर दिया। इस काम से उसे मोटी कमाई हो रही थी। युवक की निशानदेही पर उसके साथियों की भी पुलिस तलाश कर रही है।
यह है पूरा मामला
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अब्दुल सिद्दीकी ने बताया कि पकड़े गए युवक का नाम शिवम मिश्रा है। वह मूल रूप से बरेली का रहने वाला है और गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन की घरोंदा सोसायटी में रहता है। शिवम मिश्रा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह बीबीए पास है और मेक माय ट्रिप में नौकरी करता था। लॉकडाउन के दौरान उसकी नौकरी चली गई। नौकरी जाने के बाद उसे पैसे की किल्लत हुई। वह दिल्ली निवासी बासको के संपर्क में आया। बासको ने उसे बताया कि गांजे की तस्करी में काफी मोटी कमाई होती है। उसकी बातों में आकर शिवम ने गांजे की तस्करी शुरू कर दी। वह अमेजन की पैकिंग में गांजा तस्करी करने लगा।
5 लाख रुपये का गांजा बरामद
पुलिस पूछताछ में शिवम ने बताया कि उसने पुलिस से बचने के लिए अमेजॉन की पैकिंग में गांजा बेचना शुरु किया था। वह दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में गांजे की सप्लाई करता था। उसने बताया कि वह कॉरपोरेट ऑफिस, कॉलेज और फैक्ट्रियों में गांजे की सप्लाई करता था। इस काम में उसे अच्छी कमाई हो रही थी। वह गाजियाबाद समेत दिल्ली में गांजे की सप्लाई करने लगा था। बाइक पर अमेजन की पैकिंग देखकर लोग उसे कोरियर बॉय समझते थे। वह लंबे समय से इस कार्य को कर रहा था।
5 लाख रुपये कीमत
शिवम ने बताया कि वह 10 ग्राम गांजे की पुड़िया को एक हजार रुपये में बेचता था। उसके पास से क्राइम ब्रांच ने 10.2 कि. ग्राम गांजा पकड़ा है। जिसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये बताई जा रही है। शिवम ने पूछताछ में अपने अन्य साथियों का नाम भी बताए हैं। जो शिवम को गांजा देकर सप्लाई करने के लिए भेजते थे। अब पुलिस उन लोगों को भी पकड़ने का प्रयास कर रही है।