डीएम ने सुनी महिलाओं के हक की बात, कहा- बेटियों को अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा दें

गाजियाबाद : डीएम ने सुनी महिलाओं के हक की बात, कहा- बेटियों को अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा दें

डीएम ने सुनी महिलाओं के हक की बात, कहा- बेटियों को अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा दें

Tricity Today | डीएम ने सुनी महिलाओं के हक की बात

Ghaziabad : मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण में जिला मुख्यालय में शनिवार को जिलाधिकारी आरके सिंह ने महिलाओं के साथ ही उनके हक की बात सुनी। कार्यक्रम में महिलाएं ऑनलाइन जूम ऐप के जरिए जुड़ीं तो वहीं सभागार में पहुंचकर भी महिलाओं ने अपनी समस्याएं रखीं। डीएम ने महिलाओं और बालिकाओं से संवाद कर उनकी समस्याओं तथा सुझावों को सुना। यौन हिसा, लैगिग असमानता, घरेलू हिसा और दहेज हिसा जैसे मुद्दों पर कानूनी कार्रवाई की जानकारी दी। 

एक शिक्षित बेटी दो परिवारों को रोशन करती हैं
डीएम ने कहा कि हक की बात जिला अधिकारी के साथ कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में लाना और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि करना है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित बेटी दो परिवारों को रोशन करती हैं। इसलिए बेटियों को अच्छे संस्कार तथा अच्छी शिक्षा दें। जिससे कि अच्छे राष्ट्र का निर्माण हो और घर परिवार में खुशहाली आए।

महिलाओं ने डीएम से मांगा जवाब
अधिकतर महिलाओं ने कार्यस्थल पर सुरक्षा और उचित सम्मान मिलने और भेदभाव की बात रखी। तो वहीं माता-पिता पर बढ़ते शादियों के बोझ को कम करने का सुझाव भी महिलाओं ने दिया। डीएम ने सभी महिलाओं की बात ध्यान से सुनीं और उनके सुझावों को स्वीकार करते हुए कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। जूम से जुड़ी लोनी की महिला प्रीति ने डीएम से सवाल पूछा कि महिला अपने साथ होने वाली उत्पीडऩ की शिकायतें किस तरह से करें। जिससे उनकी पहचान छिपी रही और उनकी शिकायत पर अमल हो सके। 

शिकायत दर्ज कराने के लिए घर से बाहर आने की जरूरत नहीं
डीएम ने जवाब दिया कि महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए घर से बाहर आने की जरूरत नहीं है। इसके लिए वह आईजीआरएस पोर्टल, वन स्टॉप सेंटर और महिला हेल्प डेस्क पर रिपोर्ट कर सकती हैं। महिलाओं की पहचान सिर्फ इसी पोर्टल पर रहेगी और उन्हें पूरा न्याय मिलेगा। शिक्षा विभाग से जुड़ी विनिता त्यागी ने डीएम से सवाल किया कि चुनावी ड्यूटी के दौरान महिला कर्मियों को भी रात में पोलिंग बूथ पर रूकने का दबाव बनाया जाता है जिसकी वजह से हमेशा उनकी सुरक्षा को लेकर उनमें भय बना रहता है। 

महिला के लिए अलग हेल्प डेस्क बनाई जाएगी
डीएम ने जवाब दिया कि इस संबंध में कोई लिखित में चुनाव आयोग के दिशा निर्देश नहीं हैं। लेकिन भविष्य में होने वाले चुनावों के दौरान वह आयोग के समक्ष इस मुद्दे को रखेंगे ताकि महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिल सके। इसके अलावा चुनाव के दौरान महिला हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। ताकि महिलाएं अपनी समस्याएं वहां रख सकें और उन्हें न्याय मिल सके। डीएम ने कहा कि नारी शिक्षा ,नारी सुरक्षा, नारी स्वालंबन को बढ़ावा देना मुख्य प्राथमिकता है। विभिन्न प्रकार की समाज में नकारात्मक परंपराओं एवं कुरीतियों को समाप्त करना होगा। महिलाएं अपनी आवाज को दबाए नहीं उठाएं। महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं तथा हेल्प डेस्क की जानकारी दी। 

इस दौरान सीडीओ अस्मिता लाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश दुबे, महिला कल्याण अधिकारी नेहा, परिवीक्षा अधिकारी लोकेंद्र सिंह, अफ्शां व प्रतिभा दुबे आदि मौजूद रहीं।

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