आर्थिक और भौतिक लाभ के लिए मसूरी थाना क्षेत्र में हुए डबल मर्डर की घटना का पुलिस ने घटना के कुछ घंटे बाद ही घटना का खुलासा कर दिया है। लूटपाट का विरोध करने पर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। पीडि़त परिवार की महिला रिश्तेदार ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर यह जघन्य वारदात की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से पिस्टल व तमंचा के अलावा घर से लूटे गए जेवरात, नकदी व मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक मसूरी थानांतर्गत शताब्दीपुरम के सरस्वती विहार में गृहणी डोली (30) और टयूटर अंशु की शनिवार की देर शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अंशु वहां डोली के बच्चों को टयूशन पढ़ाने आई थी। वारदात के समय घर में डोली के 3 बच्चे भी मौजूद थे। जिनमें बेटा रूद्ध (5), बेटी मीनाक्षी (7) व गौरी (10) शामिल हैं। इन मासूमों के सामने जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया था। वहीं घटना के बाद बच्चों पर भी जानलेवा हमला किया गया।
एमएमजी अस्पताल से तीनों बच्चों को कविनगर स्थित सर्वोदय अस्पताल ले गए। अस्पताल में संचालित पांचों वेंटिलेटर पर मरीज भर्ती होने से गंभीर रूप से घायल एक बच्चे को यशोदा अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जबकि 10 वर्षीय बच्ची गौरी व पांच वर्षीय बच्चे रुद्र को अस्पताल में भर्ती कर लिया। जहां दोनों का इलाज चल रहा है। बच्चों का इलाज कर रहे डाक्टर ने बताया कि बच्ची के गले में चोट है, जबकि बच्चा दहशत में है। अस्पताल में कई डाक्टरों की टीम ने बच्चों की जांच की है।
डोली के ससुर लोकमन ठाकुर गाजियाबाद के घंटाघर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत चौपला मंदिर पर कांजी के बड़े की ठेली लगाते हैं। लोकमन शनिवार की रात करीब 9 बजे घर पहुंचे तो घटना की जानकारी हो सकी। घर के भीतर का नजारा देखकर लोकमन के होश उड़ गए। उन्होंने मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी। डबल मर्डर की सूचना से पुलिस विभाग में एकाएक हड़कंप मच गया।
घटना की सूचना पाकर आईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा, सीओ सदर कमलेश नारायण पाण्डेय, मसूरी थाना प्रभारी राघवेन्द्र सिंह ने मौके पर जाकर छानबीन शुरू की। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया वारदात का खुलासा करने को पुलिस की 5 टीमें गठित की गईं थी। घटना के कुछ घंटे बाद ही दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया है।
दरअसल घटनास्थल पर पुलिस ने डोली के बच्चों से बातचीत की थी। उन्होंने पुलिस को जरूरी जानकारी दी थी। जिसके आधार पर पुलिस ने उमा पत्नी हरीश और सोनू पुत्र लियाकत निवासी लाल क्वार्टर सिहानी गेट गाजियाबाद को गिरफ्तार किया। पुलिस के साथ मुठभेड़ में सोनू गोली लगने से घायल हो गया। एसपी देहात डॉ. ईरज राजा ने बताया उमा ने प्रेमी सोनू के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। दोनों ने योजनाबद्ध तरीके से डोली के घर में जाकर लूटपाट की। विरोध करने पर डोली व वहां मौजूद टयूटर अंशु को गोली मार दी। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्टल, तमंचा के अलावा घर से लूट गए जेवरात, नकदी, मोबाइल फोन आदि बरामद कर लिया है।
आरोपियों ने आर्थिक और भौतिक लाभ के लिए वारदात करना कबूला है। उन्होने बताया आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए पिछले कई माह से ही षडयंत्र रच थे। रात भी कि योजनाबद्ध तरीके से घर के अंदर घुस और फिर चाय, नाश्ता किया। मौका पाकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया।