Ghaziabad News : गाजियाबाद के मोदीनगर थाना क्षेत्र में लगभग 8 महीने पूर्व मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा लक्ष्मी गुप्ता की हत्या उसके कमरे में हो गई थी। जिसके बाद इस मामले में मकान मालिक और उसके बेटे सहित 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था, लेकिन लक्ष्मी गुप्ता की मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में मोदीनगर पुलिस नाकाम साबित हुई है। गाजियाबाद कोर्ट ने शुक्रवार को इस मामले में मकान मालिक उसके बेटे और एक किराएदार का नार्को टेस्ट करने की अनुमति दी है। शनिवार को यह मामला यूपी विधान परिषद में बसपा के सदस्य भीमराव अंबेडकर ने उठा कर अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया।
कैसे और कब हुआ लक्ष्मी गुप्ता का मर्डर
बीते 15 जून 2023 को गाजियाबाद के एक मेडिकल कॉलेज से बीएएमएस की पढ़ाई कर रही लक्ष्मी गुप्ता का शव पुलिस ने उसके कमरे से बरामद किया था। लक्ष्मी गुप्ता का शव कमरे की चौखट से लटका हुआ था। इस मामले में छात्रा के परिजनों ने लक्ष्मी गुप्ता की हत्या किए जाने का आरोप लगाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी पहले गला घोंटने के बाद लटकाने की बात सामने आई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने छात्रा के तीन सहपाठियों के साथ मकान मालिक उसके बेटे और एक किराएदार को आरोपी बनाया था। सभी साक्ष्यो और क्राइम रिक्रिएशन के बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई। जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट से सभी 6 आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग रखी। जिसके बाद कोर्ट ने मकान मालिक उसके बेटे और किराएदार का नार्को टेस्ट कराने की इजाजत दे दी है। मामले को धीरे-धीरे 8 माह गुजर चुके हैं। लेकिन सीसीटीवी फुटेज और तमाम साक्ष्यो के बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।
विधान परिषद में गूंजा मामला
बसपा विधान परिषद के सदस्य भीमराव अंबेडकर ने गाजियाबाद में हुए लक्ष्मी गुप्ता हत्याकांड के बारे में सरकार से कोई ठोस कार्रवाई करने की मांग की है। उत्तर प्रदेश के जनपद कन्नौज स्थित छिबरामऊ की रहने वाली छात्रा ने हत्या से एक दिन पहले नीट की परीक्षा पास की थी। परिजनों के अनुसार वह बहुत खुश थी। अचानक उसके परिजनो को उसकी मौत की सूचना दी गई। विधान परिषद सदस्य ने सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को निशाना बनाते हुए सदन में सवाल उठाया था। जिसके बाद सरकार की तरफ से सवाल पर जवाब देते हुए सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई का आश्वासन दिया है।