25 लाख लूट के मुख्य आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर, पुलिस के पहुंचने से पहले जज ने सुनाया फैसला

गाजियाबाद से बड़ी खबर : 25 लाख लूट के मुख्य आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर, पुलिस के पहुंचने से पहले जज ने सुनाया फैसला

25 लाख लूट के मुख्य आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर, पुलिस के पहुंचने से पहले जज ने सुनाया फैसला

Tricity Today | पेट्रोल पंप कर्मचारी से लूटे 25 लाख रुपए

Ghaziabad News : तीन दिन पूर्व मसूरी थाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप कर्मचारियों से हुई 25 लाख रुपए की लूट मामले में मुख्य आरोपी आसिफ ने स्थानीय अदालत में सरेंडर कर दिया। अदालत ने उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। वहीं गाजियाबाद की तीन टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। उधर जब सरेंडर की खबर पुलिस को मिली तो वह कोर्ट पहुंची, लेकिन तब तक कोर्ट से उसको न्यायिक हिरासत में लेने का ऑर्डर जारी हो चुका था।

तीन दिनों पहले दिया था वारदात को अंजाम
मसूरी क्षेत्र स्थित डासना आरओबी के पास अरिहंत नाम से पेट्रोल पंप है। तीन दिन पूर्व 28 मार्च को पेट्रोल पंप के कर्मी पप्पू कामत और सन्नी शुक्ला बुलेट बाइक पर 25 लाख रुपए से भरे बैग को लेकर गोविंदपुरम स्थित एचडीएफसी बैंक में जमा करने के लिए जा रहे थे। रूपए अधिक होने पर पेट्रोल पंप मैनेजर रितेश कुमार और अन्य कर्मी ऋषभ भी दूसरी बाइक पर उन्हें कवर देने के लिए पीछे-पीछे आ रहे थे। जैसे ही वह हापुड़ रोड स्थित इंपीरियल फार्म हाउस के सामने गोविंदपुरम जाने वाली सड़क के पास पहुंचे तो दो बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक करते हुए रोक लिया। पंप कर्मी कुछ समझ पाते उससे पहले बदमाशों ने पिस्टल तान दी और बैग को छीनने का प्रयास करने लगे। पेट्रोल पंपकर्मी ने जब बैग देने से मना किया तो हाथ में गोली मारने की धमकी देकर बैग लूट लिया। आसपास के लोगों ने इस लूटकांड के लाइव फोटो-वीडियो अपने मोबाइल से बना लिए थे। इसमें बाइक का नंबर भी कैद हो गया था।

आरोपी को था एनकाउंटर का डर
बताया जा रहा है कि लूट में फरार मुख्य आरोपी की पहचान आसिफ के रूप में हुई थी। जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई थी। आसिफ को भी मालूम था कि अगर वह पुलिस के हाथ लग गया तो उसे पहले पुलिस का सामना करना पड़ेगा। पुलिस उसको पहले एनकाउंटर में घायल करेगी। इसी डर से आसिफ ने गुरुवार दोपहर गाजियाबाद की एसीजेएम-5 कोर्ट में सरेंडर कर दिया और पुलिस को पता भी नहीं चला। आरोपीआरोपित साहिबाबाद थाने से वर्ष 2019 में गैंगस्टर मामले में जेल जा चुका था। जो कि करीब एक वर्ष पूर्व जेल से बाहर आया था। आसिफ ने अपने अधिवक्ता पुष्पेंद्र के जरिये कोर्ट में सरेंडर किया है। कोर्ट ने उसको जेल भेज दिया है।

पुलिस के कोर्ट पहुंचते ही हो चुकी थी संरेडर की प्रक्रिया
आसिफ के सरेंडर करने की जानकारी जब पुलिस को हुई तो पुलिस विभाग में भी खलबली मच गई। आरोपी को पकड़ने के लिए जैैसे ही पुलिस की टीम कोर्ट पहुंची, तब तक कोर्ट उसको न्यायिक हिरासत में लेने का आदेश कर चुकी थी। एसएसपी पवन कुमार ने 25 लाख लूट मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों को लगाया हुआ था। तीनों टीम लगातार तीन दिन से बदमाशों की तलाश के लिए छापेमारी की कार्रवाई कर रही थी। अब पुलिस को पूछताछ के लिए आसिफ को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में एप्लीकेशन देनी होगी, उसके बाद ही पुलिस को रिमांड मिल सकेगी। जिसके बाद अन्य आरोपियों के बारे में पुलिस को पता चल सकेगा।

साहिबाबाद पुलिस की लापरवाही हुई उजागर
आसिफ के रिमांड पर पुलिस विभाग की भी किरकिरी हुई है। इसके साथ ही साहिबाबाद पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। सरेंडर का नियम है कि अपराधियों को संरेडर से पहले अपने वकील के जरिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करनी होती है। जिसके बाद कोई संबधित थाने से उसकी रिपोर्ट मांगता है। ऐसा ही शायद इस केस में भी हुआ है।

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