गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी आईपीएस को दबोचा, जॉब साइट से बनाता था शिकार, जानें कैसे

बड़ी खबरः गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी आईपीएस को दबोचा, जॉब साइट से बनाता था शिकार, जानें कैसे

गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी आईपीएस को दबोचा, जॉब साइट से बनाता था शिकार, जानें कैसे

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

गाजियाबाद की इंदिरापुरम पुलिस ने एक बेहद शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। वह खुद को कभी आईपीएस अधिकारी बताता, तो कभी नामचीन मीडिया हाउस का स्पेशल संवादाता बताकर विदेश में नौकरी लगवाने का झांसा देता था। इसके बदले में वह लोगों से लाखों रुपये ऐंठता था। इस शातिर ठग को इंदिरापुरम पुलिस एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया है। अब पुलिस उसके शिकार हुए सभी पीड़ितों की जानकारी जुटा रही है।

ठग लम्बे वक्त से प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर लोगों को चूना लगा रहा था। आरोपी लोगों को बताता था कि वह एक आईपीएस अधिकारी है। यही नहीं, वो अपनी ऊंची पहुंच बताकर लोगों के नौकरी दिलाने का वादा करता था। इसके बाद अगर कोई इसकी बात में फंस जाता, तो फिर ये उससे पैसों की मांग करता था। पकड़ा गया आरोपी सैकड़ों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुका है। ठग इतना शातिर है कि अपनी बेटी के स्कूल में भी हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में खुद को आईएएस बताकर मुख्य अतिथि बन गया था। आमजन की बात तो दूर, अपनी चतुराई व भाषा शैली से वह हस्तियों को भी प्रभाव में लेकर उसे ठग लेता था।


इंदिरापुरम की सीओ अंशु जैन ने बताया कि साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार एवं इंदिरापुरम एसएचओ संजीव शर्मा की संयुक्त टीम ने गुरूवार सुबह आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली थी। इसके आधार पर अनुज प्रकाश पुत्र ओम प्रकाश निवासी सुपरटेक क्रॉसिंग रिपब्लिक विजयनगर को हिरासत में लिया गया। इसके पास से घटना में प्रयुक्त लैपटॉप और मोबाइल बरामद हुआ है। इंदिरापुरम की सीओ ने बताया कि, पकड़े गए अभियुक्त ने मॉस कम्यूनिकेशन किया है। इसके खिलाफ इंदिरापुरम में रहने वाले मेजर आर हुड्डा व सुनील सिंह ने कोतवाली में शिकायत दी थी।

शिकायत में कहा गया कि अभियुक्त खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर अनुज ने नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख 50 हजार और 40 हजार रूपए लिए थे। पैसे लेने के बाद उसने जवाब देना बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरु की और आज अनुज को गिरफ्तार कर लिया। इंदिरापुरम एसएचओ ने बताया कि आरोपी लिंकडिन के माध्यम से लोगों से संपर्क करता था। जिसके बाद खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर अपनी चतुराई व भाषा शैली से प्रभाव में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। आरोपी पूर्व में अपनी बेटी के स्कूल में किसी कार्यक्रम में आईएएस अधिकारी बनकर मुख्य अतिथि बना था। इसने अब तक सैकड़ों लोगों से ठगी की है। सभी मामलों की जांच की जा रही है।

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