सुनीता दयाल की ऐतिहासिक जीत, 28 सालों से मेयर पद पर भाजपा का कब्जा

गाजियाबाद नगर निकाय चुनाव परिणाम : सुनीता दयाल की ऐतिहासिक जीत, 28 सालों से मेयर पद पर भाजपा का कब्जा

सुनीता दयाल की ऐतिहासिक जीत, 28 सालों से मेयर पद पर भाजपा का कब्जा

Google Image | सुनीता दयाल

Ghaziabad : नगर निकाय चुनाव में नगर निगम गाजियाबाद की सुनीता दयाल ने भारी अंतरों से अन्य उम्मीदवारों को हराया है। सुनीता दयाल ने 1 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की है। दूसरे नंबर बसपा की उम्मीदवार निशारा खान है। इस जीत के बाद सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता गाजियाबाद के गोविंदपुरम स्तिथ अनाज मंडी में भी काउंटिंग स्थल पर पहुंचकर जश्न मना रहे है। भारी तादाद में पुलिस बल मौजूद है। मंडी परिसर के आसपास ट्रैफिक का भी डायवर्जन किया गया है। बीजेपी का प्रदर्शन ऐतिहासिक
गाजियाबाद मेयर पद के लिए मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही दिख रहा था, लेकिन बसपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहीं। इस बार पिछली बार की तुलना में कम वोटिंग हुई। उसके बाद भी उत्तर प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा है। अब तक के रुझानों में बीजेपी को सभी 17 सीटों पर बढ़त मिली हुई है। गाजियाबाद नगर निगम में भी बीजेपी ने 90 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की है। गाजियाबाद में बीजेपी ने अपना अजेय रहने का रिकॉर्ड बनाए रखा है।

सुनीता दयाल का राजनीतिक सफर
सुनीता दयाल एक लंबी राजनीतिक पारी खेल चुकी हैं। उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत एबीवीपी से हुई और वह वर्तमान में भाजपा की प्रदेश (यूपी) उपाध्यक्ष हैं। ऐसा नहीं है कि सुनीता दयाल यह पहला चुनाव लड़ रही हैं। इससे पहले वह 2004 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा उपचुनाव लड़ चुकी हैं।

लोकसभा का चुनाव हारी
कांग्रेस से विधायक रहे सुरेंद्र प्रकाश गोयल जब 2004 में सांसद चुन लिए गए तो गाजियाबाद विधानसभा सीट खाली हो गई थी, जिसके बाद उपचुनाव हुए थे। इस चुनाव में वह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार मुन्नी से हार गई थीं। यही वो चुनाव था, जिसमें सुनीता दयाल पर हमला भी हुआ था।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.