निवाड़ी थाना क्षेत्र के कस्बा पतला में बुधवार शाम पारिवारिक विवाद में पत्नी की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या करने वाले हत्यारोपी किसान ने घटना के 12 घंटे बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह उसका शव बाग में आम के पेड़ से चद्दर के सहारे लटका हुआ मिला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर मृतका के परिजनों द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमें को वापस लेने की मांग की है।
कस्बा पतला में मनोज चौधरी पत्नी कोमल चौधरी (38) पुत्री प्रियांशी (16) और पुत्र विपुल उर्फ डिंपू (11) के साथ रहता था। मनोज चौधरी खेती करके परिवार का लालन पालन करता था। चारा डालते समय बुधवार सुबह कोमल को पशु ने टक्कर मार दी थी। जिस कारण उसके सिर में चोट लग गई थी। जिस पर मनोज पत्नी को स्कूटी से मोदीनगर डॉक्टर के पास ले गया था। शाम को पौने चार बजे के आसपास दवाई दिलाकर स्कूटी से वापस आ रहे थे। जब वह मोदीनगर धौलड़ी मार्ग पर पतला काटे के पास पहुंचे तो अचानक मनोज ने स्कूटी अपने खेत की और जाने वाली चकरोड की और मोड़ दी। स्कूटी चकरोड पर रोककर पत्नी को गेहूं के खेत में ले जाकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर फरार हो गया था। हत्या की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी।
कोमल के भाई हरीश ने जीजा मनोज चौधरी और उनके पिता राजपाल के अलावा भाई और भाभी के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस हत्यारोपी की तलाश कर ही रही थी कि गुरुवार सुबह पुलिस को सूचना मिली की हत्यारोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली और उसका शव हत्याकांड की जगह से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाग में आम के पेड़ से लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तहकीकात की।
पुलिस अधीक्षक (देहात) डॉ. ईरज राजा ने बताया मनोज चौधरी ने अपनी चद्दर से फांसी लगाकर आत्महत्या की है। संभवत उसने रात ही फांसी लगा रही थी। सुबह उसका शव बाग में पेड़ पौधे लगाने वाले माली ने देखा तो इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या और आत्महत्या का कारण गृह क्लेश एवं पत्नि की हत्या करने के बाद शायद खुद को दोषी मान रहा था। इसलिए घटना के बाद आरोपी ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौैत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा।