Ghaziabad News : कोलकाता में रेजीडेंट डॉक्टर की हत्या और रेप के मामले में आक्रोशित आईएमए गाजियाबाद ने अपना ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में एडीएम सिटी गंभीर सिंह को सौंपा। आईएमए ने हिंसा के खिलाफ सख्त केंद्रीय कानून और आरजीकर मेडिकल कॉलेज की घटना के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थानों की कमी के कारण अपराध बढ़ रहे हैं और संगठित सुरक्षा प्रोटोकॉल न होने के कारण गुंडागर्दी बढ़ रही है, जिसके चलते चिकित्सक बिरादरी और राष्ट्र दोनों पीड़ित हैं। आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम संबोधित ज्ञापन में कुल छह पाइंट रखे हैं।
कोविड की तहर अध्यादेश लाकर अस्पतालों को सुरक्षित जोन घोषित करें
ज्ञापन में आईएमए की ओर से समाधान भी सुझाए गए हैं और मागें भी रखी गई हैं। ज्ञापन में सबसे पहली मांग रखी गई है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में हुई बर्बरता की घटना में शामिल लोगों को तत्काल और कड़ी सजा दी जाए। नीतिगत स्तर पर डॉक्टरों और अस्पतालों पर हिंसा के खिलाफ सख्त होना होगा। महामारी रोग अधिनियम 1897 में 2023 के संशोधनों को 2019 के अस्पताल संरक्षण विधेयक के मसौदे में शामिल करने वाला एक केंद्रीय अधिनियम मौजूदा 25 राज्य विधानों को मजबूत करेगा। कोविड महामारी की तरह एक अध्यादेश की आवश्यकता है। हवाई अड्डों की तरह सभी अस्पतालों को सुरक्षा प्रोटोकॉल मिले, यह जरूरी है। अस्पतालों को सुरक्षित जोन घोषित किया जाए।
डा्क्टरों के मामलें मे तय समयांतराल हो जांच
सीसीटीवी, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जा सकता है, लेकिन यह भी देखना होगा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 36 घंटे से डयूटी कर रही डॉक्टर के पास आराम करने के लिन सुरिक्षत जगह नहीं थी। जरूरी है कि रेजीडेंट डॉक्टरों के अस्पतालों में समुचित व्यवस्था हो। डॉक्टरों के मामले में निर्धारित समयांतराल में गुणवत्तापूर्ण जांच जरूरी है। इस मामले में बर्बरता करने वाले गुंडों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दें। इसके साथ ही पीड़ित परिवार को उचित और सम्मानजनक मुआवजा दिया जाए, जो कि क्रूरता के अनुरूप हो।
चिकित्सक 24 घंटे में बहाल करेंगे सेवाएं
आईएमए ने देश के सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों द्वारा 24 घंटे के लिए सेवाएं वापस लेने की घोषणा की है, चाहें वे किसी भी क्षेत्र और कार्यस्थल पर काम करते हों। आपातकालीन और दुर्घटना वाले मामलों चिकित्सक काम करेंगे, लेकिन नहीं होगी। कोई वैकल्पिक सर्जरी भी शनिवार को नहीं होगी। आईएमए न्याय के लिए इस संघर्ष में राष्ट्र की समझ और समर्थन और अपने डॉक्टरों और बेटियों के लिए आपके हस्तक्षेप की मांग करता है।