बार अध्यक्ष का ही फूंक‌ दिया पुतला, बोले ऐसे कैसे स्थगित कर दी हड़ताल

गाजियाबाद में वकीलों का प्रदर्शन : बार अध्यक्ष का ही फूंक‌ दिया पुतला, बोले ऐसे कैसे स्थगित कर दी हड़ताल

बार अध्यक्ष का ही फूंक‌ दिया पुतला, बोले ऐसे कैसे स्थगित कर दी हड़ताल

Tricity Today | मंगलवार को कचहरी में बार अध्यक्ष का पुतला फूंकते अधिवक्ता।

Ghaziabad News : केवल आश्वासन पर ही आंदोलन स्थगित करने के बार एसोसिएशन के फैसले पर अधिवक्ताओं ने मंगलवार को भी प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा और सचिव अमित नेहरा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बार अध्यक्ष का पुतला फूंका। बता दें कि सोमवार शाम को बार एसोसिएशन गाजियाबाद की ओर से हड़ताल तीन सप्ताह तक स्थगित रखने का प्रस्ताव पास किया गया था। इस बात की भनक लगने के बाद कुछ अधिवक्ताओ ने बार सभागार के बाहर पहुंचकर हंगामा भी किया था। बाद में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने इस मुद्दे पर एक बार मंगलवार की सुबह चर्चा की आश्वासन देकर उन्हें शांत करा दिया था।

मंगलवार को कंडोलेंस, बुधवार से काम का प्रस्ताव
मंगलवार को एक वरिष्ठ अधिवक्ता की आकस्मिक मौत पर एसोसिएशन शोक प्रस्ताव पास अधिवक्ताओं से कार्य से विरत रहने और बुधवार से काम शुरू करने का प्रस्ताव पास कर दिया। इस पर नाराज अधिवक्ताओं ने बार अध्यक्ष दीपक शर्मा और सचिव अमित नेहरा के विरोध में नारेबाजी करते हुए दीपक शर्मा के पुतले का दहन किया। अधिवक्ताओं ने इस मौके पर कहा कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी। केवल आश्वासन पर आंदोलन स्थगित करने के फैसले को अधिवक्ताओं ने गलत करार दिया।

16 नवंबर की महापंचायत के बाद भी ऐसा हुआ था
बार एसोसिएशन गाजियाबाद की कॉल पर जिला मुख्यालय पर कई राज्यों के वकीलों की महापंचायत में आंदोलन स्थगित करने क‌ा निर्णय लिया गया था, लेकिन 17 नवंबर को आंदोलन फिर से शुरू कर दिया गया था। महापंचायत के फैसले से भी गाजियाबाद के सब अधिवक्ता राजी नहीं थे, जिसके चलते अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन जारी रखा। पिछले सप्ताह हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से हुई वार्ता के दौरान मिले आश्वासन के आधार पर यूपी के सभी बार संघों और बार एसोसिएशनों से वार्ता कर बार एसोसिएशन की ओर से सोमवार शाम को हड़ताल तीन सप्ताह के लिए स्थगित करने का फैसला लिया था, लेकिन इस बार भी आंदोलन वापसी के फैसले से नाराज हैं।

क्या है पूरा मामला
29 अक्टूबर को गाजियाबाद जिला जज अनिल कुमार की कोर्ट में वकीलों के साथ हुई तीखी नोंकझोक के बाद पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज कर दिया गया था। आक्रोशित वकीलों के द्वारा भी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी। मामले में वकीलों के खिलाफ दो मुकदमें दर्ज हुए थे। कोर्ट रूम में लाठीचार्ज के बाद घटना के विरोध में वकील चार नवंबर से बेमियादी हड़ताल पर चले गए थे। वकीलों का यह आंदोलन वेस्ट यूपी के बाद पूरे सूबे में शुरू हो गया था। आंदोलन हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहा है और वकीलों ने आंदोलन जारी रहने तक समिति के अधिकार बार एसोसिएशन गाजियाबाद को दे दिए थे।

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