Ghaziabad News : जिले में डेंगू की चपेट में आने वाले मरीजों को बेड मिलने में भी परेशानी हो रही है। सरकारी अस्पताल एमएमजी के बेड फुल हो चुके हैं। मरीज को इलाज करने के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। इमरजेंसी में भी मुश्किल से बेड मिल पा रहे हैं।
एमएमजी में नहीं मिल रहे बेड
डेंगू से पीड़ित मरीजों का आंकड़ा 477 तक पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह से एमएमजी अस्पताल में बेड फुल चल रहे हैं। यहां 162 बेड की व्यवस्था है, जबकि 15 बेड इमरजेंसी वार्ड में हैं। ये सभी बेड पिछले एक सप्ताह से फुल चल रहे हैं। सभी बेड़ों पर मरीज भर्ती हैं। एमएमजी अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि अस्पताल में बुखार, डायरिया, पेट संबंधी बीमारियां, डेंगू और अन्य बीमारियों के मरीज भर्ती हैं। सांस लेने में परेशानी, दिल संबंधी बीमारियां और शुगर के मामले में भी तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में प्रतिदिन अस्पताल में 25 से 40 मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। जिसके चलते पिछले एक सप्ताह से सभी वार्डों में बेड फुल चल रहे हैं। सीएमएस डॉक्टर मनोज चतुर्वेदी का कहना है कि मरीज को एक से दो दिन के लिए भर्ती किया जा रहा है। आराम मिलने पर उन्हें छुट्टी दी जाती है। कभी-कभी मरीजों की संख्या ज्यादा होने पर उन्हें स्ट्रेचर पर भी उपचार दिया जा रहा है। डेंगू के 13 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि यह आंकड़ा जिले में अब तक 477 पहुंच चुका है।
मलेरिया विभाग का दावा
डेंगू का प्रभाव कम करने के लिए गाजियाबाद में मलेरिया विभाग द्वारा फॉगिंग की जा रही है। जबकि नगर निगम द्वारा वार्डों में सफाई अभियान चलाकर फॉगिंग मशीनों द्वारा पोकिंग कराई जा रही है। इसके बावजूद डेंगू बुखार के मरीज मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालत यह है कि अब मरीजों को अस्पताल में बेड मिलना भी मुश्किल हो रहा है। गाजियाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि टीम बनाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वार्ड के अनुसार छिड़काव भी किया जा रहा है।