Ghaziabad News : पिछले 24 घंटे से मोदीनगर में घिरे डीसीपी रूरल विवेक चंद्र यादव को देर रात लखनऊ मुख्यालय से अटैच कर दिया गया। गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस में इसे बड़े फेरबदल के तौर पर देखा जा रहा है। उनके स्थान पर पुलिस अधीक्षक स्थापना के पद पर मुख्यालय में तैनात सुरेंद्र नाथ तिवारी को डीसीपी बनाकर गाजियाबाद भेजे गए हैं। इस फेरबदल को कहीं न कहीं मोदीनगर में हुए रामकुमार हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है। इस हत्याकांड के बाद दलित समाज में भारी रोष देखा गया था। एससी समाज के सैकड़ों लोगों ने मोदीनगर के जीवन अस्पताल पर डीसीपी विवेक चंद्र यादव का घेराव कर खूब खरी खोटी सुनाई थीं। चर्चा तो यह भी है मामले की गाज कुछ और अधिकारियों पर भी गिर सकती है।
एक सप्ताह पूर्व भी हुआ था बड़ा फेरबदल
एक सप्ताह पूर्व ही हापुड़ जनपद पुलिस में बड़ा फेरबदल करते हुए शासन ने डीसीपी सिटी कुंवर ज्ञानंजय सिंह को एसपी हापुड़ बनाकर भेज दिया था। उनके स्थान पर राजेश कुमार नए डीसीपी सिटी बनाकर भेजे गए थे। लोकसभा चुनाव के बाद स्थानीय नेताओं ने अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे, माना जा रहा है कि सरकार उन सवालों पर गंभीर है और किसी भी हाल में अपनी छवि को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
ऐन कांवड़ यात्रा के मौके पर बदले गए डीसीपी
कांवड़ यात्रा जैसी संवेदनशील जिम्मेदारी सिर पर है। इस मौके पर सुरक्षा बहुत बड़ा मुद्दा है। ऐसे में कांवड़ यात्रा की पूरी तैयारी में शामिल रहे डीसीपी को एक झटके में मुख्यालय से अटैच करने का मतलब है कि सरकार ने मोदीनगर हत्याकांड को बहुत ही गंभीरता से लिया है। हत्याकांड के बाद पूरी रात और अगले दिन भी दलित समाज इस घटना को लेकर रोष में रहा। मामले में भीम आर्मी के हस्तक्षेप की बात भी सामने आई, हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई।
लापरवाही मे दारोगा और हैड कांस्टेबल निलंबित
दूसरी ओर डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने डयूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में एक दारोगा और हैड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। डीसीपी ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर तीन शिफ्ट में छह चीता मोबाइल की डयूटी लगाई गई है। शुक्रवार देर रात विजयनगर थानाक्षेत्र में चेकिंग के दौरान दारोगा रामेश्वर सिंह और हैड कांस्टेबल राजीव कुमार मौके पर होने के बावजूद ट्रैफिक कंट्रोल करने में रूचि नहीं ले रहे थे। दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।