अधिवक्ताओं पर 11 हजार जुर्माने का फरमान, सख्ती से होगा नियम का पालन

Ghaziabad News : अधिवक्ताओं पर 11 हजार जुर्माने का फरमान, सख्ती से होगा नियम का पालन

अधिवक्ताओं पर 11 हजार जुर्माने का फरमान, सख्ती से होगा नियम का पालन

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Ghaziabad News : हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के बाद गाजियाबाद के अधिवक्ताओं ने भी तीन दिन बाद फिर से काम बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। इस बार सख्ती दिखाते हुए जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। वहीं, यदि गाजियाबाद कचहरी के आसपास की दुकानें भी खुली पाई गईं तो उन पर भी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। गाजियाबाद बार एसोसिएशन ने लाठीचार्ज के विरोध में न्यायिक कार्य का पूर्ण विरोध करने का निर्णय लिया है।
  
क्या है पूरा मामला
 
हापुड़ की घटना के बाद से जिला कोर्ट के अंदर लगातार हड़ताल चल रही है। गाजियाबाद वकीलों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों का पुतले दहन किया जा रहा है, तो कभी गाजियाबाद के डीएम को ज्ञापन दिया जा रहा है। अब वकीलों ने कोर्ट परिसर में पूरी तरह से कम बंद कर दिया है। इस बार सख्ती से हड़ताल को अमल में लाने के लिए जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। सभी अधिवक्ताओं को अपने चेंबर बंद रखने होंगे। यदि किसी अधिवक्ता का चैंबर खुला दिखाई दिया तो उस पर बार एसोसिएशन की ओर से 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। 
 
दुकानों पर भी होगा जुर्माना
 वकीलों की हड़ताल लंबी खिचने से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। साथ ही सरकार के अन्य कार्यों में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। वहीं, प्रदेशभर के अधिवक्ता भी अपनी मांगों को मनवाने के लिए इस बार अड़े हुए हैं। बार एसोसिएशन गाजियाबाद के अध्यक्ष राकेश कुमार त्यागी का कहना है कि तीन दिन कार्य करने के बाद सोमवार को फिर से हापुड़ के अधिवक्ताओं के समर्थन में हड़ताल की जा रही है। इस बार किसी भी प्रकार का कार्य गाजियाबाद के अधिवक्ताओं के द्वारा नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि इस नियम को कोई भी अधिवक्ता तोड़ता दिखाई दिया तो उसके खिलाफ 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इस दौरान कचहरी के अंदर दुकानें जैसे फोटो स्टेट, टाइपिंग का कार्य, स्टांप वेंडर, स्टेशनरी, चाय कॉफी की दुकान आदि प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। यदि कोई खोलने की कोशिश करता पाया गया तो उस पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
 
नहीं मिलेगी जमानत
अधिवक्ता रहीश खान ने बताया कि इस बार अधिवक्ताओं ने आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। यहां तक कि इस दौरान 151 आईपीसी के मामले में पुलिस आयुक्त कार्यालय में रिमांड पर जमानत भी नहीं हो पाएगी। इसके साथ किसी केस में तारीख भी नहीं लगेगी, जबकि रोजाना दूर-दूर से लोग तारीख पर आ रहे हैं। लेकिन, वकीलों की हड़ताल के कारण वापस जाना पड़ रहा है। इस दौरान वे नई तारीख भी नहीं ले पा रहे हैं। गाजियाबाद बार एसोसिएशन की तरफ से गाजियाबाद कचहरी के सभी गेट बंद कर दिए गए। सभी से हापुड़ में चल रहे वकीलों के धरने के समर्थन में सहयोग करने की अपील की गई।

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