Ghaziabad News : गाजियाबाद में कोर्ट रूम में हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों का आंदोलन जारी है। सोमवार को अधिवक्ता अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक कविनगर थाने में गिरफ्तारी देने पहुंचे। गिरफ्तारी देने थाने पहुंचने वालों में महिला अधिवक्ता भी शामिल थीं। पुलिस ने वकीलों को थाने में घुसने से रोकने का भी प्रयास किया लेकिन वकीलों की संख्या के आगे पुलिस ऐसा करने में नाकाम रही। वकील थाना परिसर में जमीन पर बैठकर गिरफ्तारी की मांग करने लगे, लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से हाथ खड़े कर दिए।
कचहरी से पैदल मार्च करते हुए पहुंचे थे वकील
आंदोलन के अंतर्गत पहले से निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक अधिवक्ता सैकड़ों की संख्या में पैदल मार्च करते हुए कविनगर थाने पहुंचे। वकीलों ने पुलिस से मांग की कि उनके खिलाफ दर्ज मामलों में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए, लेकिन पुलिस ने वकीलों को गिरफ्तार करने से मना कर दिया। इस दौरान अधिवक्ता नाहर सिंह यादव समेत कई अधिवक्ता थाना परिसर में धरने पर भी बैठे लेकिन बाद में पुलिस के समझाने पर सभी अधिवक्ता वापस कचहरी लौट गए। कचहरी परिसर में वकीलों का बेमियादी धरना चल रहा है।
क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद के जिला जज के कोर्ट रूम में 29 अक्टूबर को वकीलों और जिला जज के बीच हुई तीखी नोंकझोक के बाद कोर्ट रूम में जमा हुए सैकड़ों वकीलों को निकालने पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। लाठी चार्ज में कई अधिवक्ता चोटिल हुए थे। गुस्साए वकीलों ने कचहरी पुलिस चौकी में तोड़फोड़ कर दी थी। मामले में वकीलों के खिलाफ कचहरी चौकी इंचार्ज और सेंट्रल नाजिर की ओर से दो मुकदमें दर्ज कराए गए थे। उसके बाद वकील बेमियादी हड़ताल पर चले गए थे।
4 नवंबर से चल रहा है वकीलों का धरना
4 नवंबर से कचहरी में धरना शुरू कर दिया था। इस बीच कचहरी के बाहर सड़क पर प्रदर्शन के दौरान भी अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए थे। 29 नवंबर को सेंट्रल नाजिर की तहरीर पर पुलिस ने एक मुकदमा और दर्ज किया। वकीलों ने मुकदमें दर्ज किए जाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया और सोमवार को गिरफ्तारी देने कविनगर थाने पहुंच गए।