भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर केंद्र सरकार तीन नए कृषि सुधार कानून वापस नहीं लेती है, तो वह इसके खिलाफ आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाएंगे। अपनी बात कहते हुए किसान नेता राकेश टिकैत रो पड़े। राकेश टिकैत सरकार की ज्यादती के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। अगर प्रशासन जोर-जबरदस्ती करेगा तो हालात बिगड़ सकते हैं।
हालांकि प्रशासन अब भी धरनारत किसानों से गाजीपुर बॉर्डर खाली करने के लिए दबाव बना रहा है। प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को धारा 133 के तहत नोटिस दे दिया है। किसानों से कहा गया है कि अगर वह बॉर्डर खाली नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए यूपी और दिल्ली पुलिस के जवानों के अलावा भारी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स और दूसरे सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। किसान नेता का कहना है कि वह गाजियाबाद का जल तक ग्रहण नहीं करेंगे। अब वह अपने गांव का ही पानी पिएंगे। जबकि प्रशासन ने भी गाजीपुर बॉर्डर पर हलचल तेज कर दी है।
प्रशासन पूरी तरह तैयार है
गाजीपुर बॉर्डर पर धरनारत किसान, यूपी-दिल्ली पुलिस के जवान, अतिरिक्त सुरक्षा बलों के जवानों और स्थानीय लोगों की भारी संख्या मौजूद है। प्रशासन के धरनारत किसानों से बॉर्डर खाली करने के अल्टीमेटम के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लागू कर दी गई है। यूपी और दिल्ली पुलिस मिल कर मोर्चा संभाल रही है। साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा बलों की भारी संख्या में तैनाती की गई है। बॉर्डर पर आपात हालात को देखते हुए वज्र वाहनों की भी तैनाती की गई है।
कई रास्तों पर ट्रैफिक का भारी दबाव है
हाई वोल्टेज ड्रामे की वजह से दिल्ली से जुड़ी सीमाओं पर ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है। सभी रास्तों पर वाहनों की लम्बी कतारें लगी हैं। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से गाजीपुर बॉर्डर की तरफ से नहीं जाने के लिए कहा है। गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। धरनारत किसानों, सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी के चलते बॉर्डर पर जाम की स्थिति बनी हुई है। इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने कुछ रास्तों में डायवर्जन किया है और कुछ मार्गों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
यातायात पुलिस ने लोगों से गाजीपुर बॉर्डर की तरफ नहीं जाने की सलाह दी है। उस तरफ जाने वाले ट्रैफिक को NH-56 पर डायवर्ट कर दिया गया है। साथ ही पुलिस ने लोगों से भोपुरा और लोनी बॉर्डर की तरफ से जाने का सुझाव दिया है। ट्रैफिक के भारी दबाव के चलते यातायात को अक्षरधाम और निजामुद्दीन की तरफ मोड़ दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने भी यात्रियों से लगातार सोशल मीडिया के जरिए ट्रैफिक से जुड़ी जानकारी लेते रहने के लिए कहा है।