Ghaziabad News : देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन की चाबी भारत सरकार द्वारा एनसीआरटीसी (NCRTC) को सौंपी जाएगी। गुजरात (Gujarat) के सांवली में स्थित एलस्टॉम प्लांट (Alstom Plant) में भारत की सबसे तेज चलने वाली रैपिड रेल (Rapid Rail) बनकर तैयार हो गई है, जो दिल्ली से मेरठ (Delhi to Meerut) के बीच चलेगी। यह देश की पहली रेपिड रेल होगी। जिसको आज एनसीआरआरटीसी को डिलीवर किया जाएगा और उसके बाद 14 मई तक गाजियाबाद में आएगी।
पूरी परियोजना में खर्च होंगे 30,274 करोड़ रुपए
एनसीआरटीसी कंपनी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि देश की पहली रैपिड रेल बनकर तैयार हो गई है। इसको शनिवार को भारत सरकार द्वारा एनसीआरटीसी कंपनी को डिलीवर किया जाना है। इस रैपिड रेल में सवारियों के लिए बहुत ही शानदार बहुत बेहतर सुविधा होगी। यह रेल पूरी तरीके से मेक इन इंडिया पर आधारित है। देश की पहली रैपिड रेल का निर्माण गुजरात के शामली में स्थित एलस्टॉम कारखाने में हुआ है। इसकी नींव भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को रखी थी। पूरी परियोजना में 30,274 करोड़ रुपए का खर्च आने की उम्मीद जताई जा रही है।
दिल्ली से मेरठ तक का सफर सिर्फ 50 मिनट में होगा तय
विनय कुमार ने बताया कि भारत की पहली रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर रूट पर दौड़ेगी। इस रैपिड के माध्यम से दिल्ली से मेरठ के बीच सिर्फ 50 मिनट में पहुंचा जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि रोजाना 8 लाख से अधिक यात्री इस रेल का फायदा ले सकते हैं। पहले चरण में गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुराई डिपो तक रेपिड रेल दौड़ेगी। पहले चरण में 17 किलोमीटर में रेपिड रेल चलेगी। कंपनी की कोशिश है कि 2023 के अंतिम तक साहिबाबाद से दुराई डिपो तक रेपिड रेल चल जाए।
अत्यधिक आधुनिक तकनीकी से तैयार हुई ट्रेन
उन्होंने बताया कि 180 किलोमीटर प्रति घंटा की डिजाइनिंग स्पीड, 160 किलोमीटर प्रति घंटा की ऑपरेशन स्पीड और 100 किलोमीटर प्रति घंटा की एवरेज स्पीड के साथ कंपनी देश में पहली सबसे तेज चलने वाली ट्रेन चलाने वाली है। इस ट्रेन को अत्यधिक आधुनिक तकनीकी से तैयार किया गया है। यात्रियों को इसमें बेहद आराम महसूस होगा।
इन सुविधाओं से लैस रैपिड रेल
इस अत्याधुनिक रैपिड रेल में एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2x2 ट्रांसवर्स कुशन सीटिंग, खड़े होने के लिए चौड़े स्थान, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप, ऑटो कंट्रोल एम्बिएंट लाइटिंग सिस्टम, हीटिंग वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग सिस्टम (HVAC) और अन्य सुविधाएं होंगी। वातानुकूलित आरआरटीएस ट्रेनों में स्टैंडर्ड के साथ महिला यात्रियों के लिए आरक्षित एक कोच और प्रीमियम वर्ग (प्रति ट्रेन एक कोच) कोच होगा।
35 रेल के 210 कोच तैयार होंगे
दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर रूट पर 2025 तक देश की पहली रेपिड रेल शुरू हो जाएगी। फिलहाल अभी एक रैपिड रेल बनकर तैयार हो गई है, जिसमें 6 कोच है। जिसे शनिवार को भारत सरकार द्वारा डिलीवर किया जा रहा है। अभी गुजरात के शामली में स्थित प्लांट में 35 अन्य रेपिड रेल तैयार हो रही है। इन 35 रेल के 210 कोच तैयार किए जा रहे हैं।