गाजियाबाद की हवा सुधरी पर सावधानी जरूरी, सीमा से सटे दिल्ली के क्षेत्रों में SEVERE, लोनी में VERY POOR

राहत वाली खबर : गाजियाबाद की हवा सुधरी पर सावधानी जरूरी, सीमा से सटे दिल्ली के क्षेत्रों में SEVERE, लोनी में VERY POOR

गाजियाबाद की हवा सुधरी पर सावधानी जरूरी, सीमा से सटे दिल्ली के क्षेत्रों में SEVERE, लोनी में VERY POOR

Tricity Today | गाजियाबाद नगर निगम द्वारा किया जा रहा छिड़काव और सफाई, जानकारी देते नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक।

Ghaziabad News : गुरुवार को गाजियाबाद का मौसम थोड़ा सुधर गया, सुबह के समय हल्की धुंध के बाद सूर्यदेव के दर्शन होने से हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार दर्ज हुआ है, हालांकि लोनी और गाजियाबाद से सटे दिल्ली के क्षेत्रों में हवा अभी भी वैरी पुअर और “सीवियर” बनी हुई है। गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सबसे ज्यादा 397 और इंदिरापुरम का सबसे कम 203 दर्ज हुआ है। सीमा से सटे आनंद विहार का एक्यूआई “सीवियर” श्रेणी में बना हुआ है।

इंदिरापुरम में हवा सबसे साफ, लोनी की खराब
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) की रिपोर्ट बताती है कि गाजियाबाद की हवा में थोड़ा सुधार आया है। राहत वाली खबर यह है कि कई दिनों तक सीवियर रहने के बाद गाजियाबाद की हवा वैरी पुअर और पुअर तक आ गई है। यूपीपीसीबी के मुताबिक गाजियाबाद के इंदिरापुरम में हवा सबसे साफ दर्ज हुई है, यहां एक्यूआई ‌घटकर 203 त‌क आ गया है। वसुंधरा का एक्यूआई 288, संजयनगर का एक्यूआई 262 दर्ज हुआ है। लोनी की हवा अभी भी काफी खराब है, यहां एक्यूआई 397 दर्ज हुआ, जो वैरी पुअर श्रेणी में आता है लेकिन “सीवियर” श्रेणी को टच कर रहा है।

आनंद विहार अभी भी बना हुआ है “सीवियर”
दिल्ली प्रदूषण कट्रोल कमेटी (डीपीसीसी) के डेटा के मुताबिक आनंद विहार की हवा में भी थोड़ा सुधार तो हुआ है लेकिन अभी भी “सीवियर” बनी हुई है। गुरुवार को यहां एक्यूआई 401 दर्ज हुआ। डीपीसीसी के मुताबिक गाजियाबाद से सटे दिल्ली के विवेक विहार में एक्यूआई का स्तर 392 पर आ गया है। जानकारों का मानना है कि गाजियाबाद की हवा में ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू होने के बाद सुधार हुआ है। हालांकि राजनगर एक्सटेंशन और लोनी क्षेत्र में कई स्थानों से अभी भी कूड़ा जलाए जाने की खबरें आ रही हैं।

नगर निगम के प्रयास भी काम आए
गाजियाबाद नगर निगम की ओर से निरंतर सड़कों पर छिड़काव और सफाई का कार्य कराया जा रहा है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक स्वयं अभियान की समीक्षा कर रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में निर्धारित 152 किमी के रूट पर नियमित रूप से 30 वाटर स्प्रिंकलर चलाए जा रहे हैं। नगरायुक्त ने बताया कि वायु गुणवत्ता सुधार के लिए नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग तथा जलकल विभाग के साथ-साथ उद्यान विभाग की भी अहम जिम्मेदारी दी गई है। आठ रोड स्वीपिंग मशीनें सड़कों को धूल मुक्त करने के प्रयास में निरंतर जुटी हुई हैं। पांच एंटी स्मोक गन निरंतर मुख्य मार्गो पर पानी का छिड़काव कर रही हैं, जिसकी मॉनिटरिंग जीपीएस के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम की टीम कर रही है।

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