Ghaziabad News : अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों ने आंदोलन कर रही महिलाओं की कोई सुध बुध नहीं ले रहा है। नगर पालिका परिषद के सभासद राकेश उर्फ नारद धरना स्थल पर पहुंचे और महिलाओं से कहा कि धरना खत्म करो 50-50 हजार रुपए दिला दूंगा, मेरे साथ चेयरमैन के पास चलो। यह सुनकर महिलाएं भड़क उठी। उन्होंने सभासद को खरी खोटी सुनाई।
22 दिनों से धरने भूख हड़ताल पर
महिलाओं का कहना है कि सभासद को चेयरमैन ने उनके पास भेजा था, जो एक तरह से उन्हें धमका रहा था। इस बारे में महिलाओं ने लिखित शिकायत सभासद के खिलाफ दी है। सभासद के व्यवहार को लेकर महिलाओं में आक्रोश है। भूख हड़ताल पर बैठे अंजू मंजू ने बताया कि वह पिछले 22 दिनों से धरने भूख हड़ताल पर बैठे हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने अभी तक उनकी कोई सुध नहीं ली है। नगर पालिका परिषद का एक सभासद दोपहर को धरना स्थल पर पहुंचा और महिलाओं को 50-50 हजार रुपए लेकर घर जाने की बात कर रहे है।
प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी
उन्होंने कहा कि उखलारसी शमशान घाट नरसंहार से संबंधित परिवारों की आवाज अभी तक शासन सत्ता तक नहीं पहुंची है या अनसुना अनदेखा किया जा रहा है। समय बढ़ने के साथ ही अब आंदोलन की तपिश ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचने लगी है। ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग महिलाओं को समर्थन देने उनका हौसला बढ़ाने के लिए धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं। सोमवार को कई गांव के लोग भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं से मुलाकात करने पहुंचे। महिलाओं ने स्पष्ट कहा है कि मांगे पूरी हुए बिना वह घर नहीं जाएंगे और इस विषय में कोई जोर जबरदस्ती की गई तो उसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।