Ghaziabad News : जनपद में 19 हजार से ज्यादा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटेंगे। इनमें कुछ मतदाताओं की मृत्यु हो गई तो कुछ जिला छोड़ दूसरे जिलों में चले गए हैं। सबसे ज्यादा मतदाताओं की मृत्यु साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में हुई है। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग के आदेश पर प्रशासन तैयारी कर रहा है। बीएलओ ने निर्वाचन आयोग के आदेश पर इनके नाम हटा दिए हैं।
लोगों की उमड़ी भीड़
एक नवंबर से पांच दिसंबर तक मतदाता सूची पुनरीक्षण समीक्षा अभियान चलाया गया। इस दौरान जिले की सभी विधानसभाओं में बने बूथों पर बीएलओ को तैनात किया गया। हर रविवार को विशेष अभियान चलाकर मतदाता सूची में शामिल वोटरों को उनके नाम चेक कराए गए। नए वोटरों के नाम जुड़वाने, नाम कटवाने, पता बदलवाने के साथ किसी प्रकार की गलती को सुधारने के लिए लोगों से आवेदन फार्म लिए गए।
एक लाख 22 हजार आवेदन फार्म आए
एक माह की इस कवायद में एक लाख 22 हजार लोगों ने आवेदन फार्म जमा किए। इनमें 19 हजार आवेदन फार्म मतदाता सूची से नाम हटवाने के लिए मिले। एक लाख 22 हजार में से नए वोटरों की संख्या 60 हजार के आसपास हैं। इनमें से 19 हजार मतदाता कम हो जाएंगे। वोट कटवाने के आवेदनों में 5,700 आवेदन उनके हैं, जिन मतदाताओं की मौत हो चुकी है।
1,553 मतदातों की मौत
पांचों विधानसभा में से सबसे ज्यादा नाम साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के कटेंगे। यहां 1,553 मतदातों की मौत हुई है। इसके साथ ही गाजियाबाद, लोनी, मुरादनगर और मोदीनगर विधानसभा में यह आंकड़ा एक हजार के आसपास है। प्राप्त आवेदनों के अनुसार 6,300 मतदाता दूसरे जिलों में चले गए। अब इन इन मतदाताओं ने अपने नाम यहां से कटवाने के लिए आवेदन करने एनओसी प्राप्त की है, ताकि वह दूसरे स्थानों पर अपना नाम दर्ज करा सके। इनमें सबसे ज्यादा वोट गाजियाबाद विधानसभा के हैं। उसके बाद साहिबाबाद और तीसरे नंबर पर मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र को लोग गए हैं। पांचों विधानसभा क्षेत्रों में सात हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दो स्थान पर दर्ज थे। मतदाता पहचान पत्र पोर्टल के आधार पर इनकी पहचान हुई। अब इन मतदाताओं ने अपने नाम दूसरे स्थानों से कटवाने के लिए आवेदन किया है।