ब्लू लाइन और रेड लाइन मेट्रो के दोनों ओर 500 मीटर तक विकसित होगा ट्रांजिट क्षेत्र

गाजियाबाद शहर के लिए बड़ी खबर : ब्लू लाइन और रेड लाइन मेट्रो के दोनों ओर 500 मीटर तक विकसित होगा ट्रांजिट क्षेत्र

ब्लू लाइन और रेड लाइन मेट्रो के दोनों ओर 500 मीटर तक विकसित होगा ट्रांजिट क्षेत्र

Google Image | Symbolic Image

Ghaziabad News : ग़ाज़ियाबाद शहर के निवासियों के लिए बड़ी ख़बर है। ख़ासतौर से ब्लू लाइन मेट्रो और रेड लाइट मेट्रो जिन इलाकों से होकर गुज़र रही है, उन इलाकों को बड़ा फ़ायदा होने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार के टॉप अधिकारियों ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को मेट्रो कॉरिडोर के साथ 500 मीटर के दायरे में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) क्षेत्र विकसित करने का निर्देश दिया है। जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार से अधिसूचना जारी होने के बाद टीओडी क्षेत्रों को परिभाषित किया जाएगा और मसौदा प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2031 में शामिल किया जाएगा। जीडीए के मास्टर प्लान 2031 को आने वाले महीनों में अंतिम मंजूरी मिलने की संभावना है, जिसके बाद यह मौजूदा मास्टर प्लान 2021 की जगह ले लेगा।

क्या है टीओडी
टीओडी क्षेत्र आवासीय, वाणिज्यिक और अन्य प्रकार गतिविधियों वाला मिश्रित भूमि उपयोग वाला इलाका होगा। अब देशभर में टीओडी की अवधारणा तेजी से बढ़ रही है। इसका उद्देश्य जीवंत, स्थायी और रहने योग्य इलाकों का निर्माण करना है, जो आमतौर पर उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेन प्रणालियों के आसपास केंद्रित होते हैं। जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि राज्य स्तरीय समिति ने हाल ही में निर्देश दिया था कि मेट्रो कॉरिडोर के साथ-साथ टीओडी क्षेत्रों को परिभाषित किया जाए और इन्हें मास्टर प्लान 2031 में शामिल किया जाए। अतुल वत्स ने आगे कहा, "अधिसूचना मिलने के बाद टीओडी क्षेत्रों को परिभाषित किया जाएगा और शामिल किया जाएगा। उसके बाद हम इसे जनता की आपत्तियां आमंत्रित करने के लिए खोलेंगे। आपत्तियों का निपटारा होने के बाद प्रस्ताव को जीडीए बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा, और मंजूरी के बाद योजना को अंतिम मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा।"

आरआरटीएस का टीओडी मास्टर प्लान में शामिल
गाजियाबाद शहर में वर्तमान में दो मेट्रो कॉरिडोर हैं। पहला, आनंद विहार से वैशाली तक 2.1 किलोमीटर का ब्लू लाइन मेट्रो लिंक और दूसरा दिलशाद गार्डन से न्यू बस अड्डा तक 9.34 किलोमीटर का रेड लाइन मेट्रो लिंक है। जीडीए के अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल के सितंबर महीने में जारी राज्य सरकार की नई टीओडी नीति के तहत क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के आठ स्टेशनों के साथ-साथ टीओडी क्षेत्रों को पहले ही परिभाषित किया जा चुका है। इसे मास्टर प्लान 2031 में भी शामिल किया जा चुका है। 82 किलोमीटर लंबी आरआरटीएस परियोजना में गाजियाबाद जिले में आठ स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर (दक्षिण) और मोदीनगर (उत्तर) हैं। जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा, "एक बार टीओडी क्षेत्रों को परिभाषित करके मास्टर प्लान 2031 का हिस्सा बना दिया जाए तो योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा और लागू किया जाएगा। ऐसा अगले 2-3 महीनों में होने की उम्मीद है।"

पांच साल से चल रहा नए मास्टर प्लान पर काम
आपको बता दें कि मास्टर प्लान 2031 की नई मसौदा योजना पर विचार-विमर्श 2019 से चल रहा है। नई योजना के तहत गाजियाबाद, लोनी, मोदीनगर और मुरादनगर के नए क्षेत्र जीडीए के दायरे में शामिल किए गए हैं। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि नए परिभाषित क्षेत्रों में ले-आउट मानचित्रों को तब तक मंजूरी नहीं दे सकते जब तक कि मास्टर प्लान को राज्य सरकार से अंतिम मंजूरी नहीं मिल जाती है और लागू नहीं कर दिया जाता है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.