Well Done Health Department Ghaziabad Ambulance 102 Did Wonders Conducted Safe Delivery In A Raodways Bue Woman Going To Shahjahanpur Suddenly Experienced Pain
शाबाश स्वास्थ्य विभाग गाजियाबाद : एंबुलेंस-102 ने कर दिया कमाल, रोडवेज बस में कराया सुरक्षित प्रसव, शहाजहांपुर जा रही महिला को अचानक हुई थी पीड़ा
Tricity Today | संयुक्त जिला अस्पताल में रिंकी और नवजात को संभालते ईएमटी अमित।
Ghaziabad News : स्वास्थ्य विभाग की लचर सेवाओं की खबरें तो आपने खूब पढ़ी होंगी, लेकिन विभाग की तत्परता के बारे में भी जानना जरूरी है। गाजियाबाद में पहली बार रोडवेज बस में प्रसव होने का मामला सामने आया है। अच्छी खबर यह है कि एंबुलेंस-102 के स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षित प्रसव कराने के बाद मां और नवजात को संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों पूरी तरह स्वस्थ और डाक्टरों की निगरानी में हैं।
रोडवेज बस में शहाजहांपुर जा रही थी गर्भवती
रोडवेज बस में सवार होकर शहाजहांपुर जा रही एक गर्भवती को अचानक प्रसव पीड़ा हो गई। साथ में मौजूद पति ने बस में से ही 102 पर कॉल कर मदद मांगी। रोडवेज बस इंद्रगढ़ी के पास थी, कॉलर को वहीं सुविधा उपलब्ध कराने की बात बताई गई और मात्र 10 मिनट में एंबुलेंस- 102 मौके पर थी। एंबुलेंस में तैनात स्टाफ ने गर्भवती की स्थिति देखते हुए रोडवेज बस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया गया। स्टाफ की इस तत्परता के बाद महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। उसके बाद मां-बेटे को एंबुलेंस से संयुक्त जिला अस्पताल (डीसीएच) संजय नगर में भर्ती कराया गया, जहां मां-बेटा दोनों सुरक्षित हैं।
10 मिनट में मौके पर पहुंच गई एंबुलेंस
शहाजहांपुर जनपद के रामखेड़ा गांव निवासी प्रमोद अपनी गर्भवती पत्नी को साथ लेकर रोडवेज बस में सवार होकर गांव जा रहे थे। बस अभी गाजियाबाद से निकल ही रही थी कि पत्नी रिंकी को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। प्रमोद ने एंबुलेंस को कॉल किया। 10 मिनट में संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल (डीसीएच) से एंबुलेंस बताए गए स्थान (इंद्रगढ़ी बस स्टैंड) पर पहुंच गई।
स्वास्थ्य कर्मियों ने ऐसे कराया रोडवेज में प्रसव
एंबुलेंस में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों ने गर्भवती को बस से एंबुलेंस में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू की ही प्रसव पीड़ा ज्यादा बढ़ जाने पर बस में प्रसव कराने का निर्णय लेना पड़ा। एंबुलेंस में तैनात इमरजेंसी मेडिकल टैक्नीशियन ( ईएमटी) अमित कुमार और एंबुलेंस चालक कैलाश यादव ने एंबुलेंस में मौजूद डिलीवरी किट की मदद से बस में सुरक्षित प्रसव कराया। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। इसके बाद मां- बेटे का संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दोनों स्वस्थ हैं।
ऐसे कर्मचारियोंं से ही होता है सरकारी स्वास्थ्य पर भरोसा
प्रमोद बताते हैं कि उनके दो बेटे और एक बेटी पहले से है, अब स्वास्थ्य कर्मियों की तत्परता से चौथे बच्चे के रूप में पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। प्रमोद ने ईएमटी अमित का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि आप जैसे स्वास्थ्य कर्मियों के कारण ही सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोग भरोसा करते हैं। रिंकी ने भी एंबुलेंस में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की तारीफ की है।
गर्भवती महिलाओं के लिए है एंबुलेंस - 102
सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि एंबुलेंस- 102 खासतौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए काम करती है। एंबुलेंस में प्रसव कराने के लिए ट्रेंड स्टाफ भी मौजूद रहता है और अन्य जरूरी सुविधाएं भी एंबुलेंस में मौजूद रहती हैं। इसलिए प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस को कॉल करें। प्रसव पीड़ा के दौरान किसी अन्य एंबुलेंस या फिर अपने निजी वाहन से गर्भवती को अस्पताल ले जाने पर रिस्क हो सकता है। क्योंकि स्वभाविक प्रसव के सही समय का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। इसलिए एंबुलेंस-102 में प्रसव के जरिए ट्रेंड स्टाफ और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं।