जवाब आया - लो मानहानि का नोटिस

सुविधाओं से वंचित जनता ने उठाई आवाज : जवाब आया - लो मानहानि का नोटिस

जवाब आया - लो मानहानि का नोटिस

Tricity Today | File Image

Greater Noida West : जब कोई नहीं सुनता तब हम क्या करते है, कितनी बार कहेंगे, कितनी देर कहेंगे।  जब सिर से पानी उठ जाएगा, तब हम चीख भी सकते है या शांत हो सकते है। ऐसा ही हाल कुछ ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जनता का है।  जब न प्रशासन न प्राधिकरण न बिल्डर उनकी सुनता है तो उनकी आवाज़ भी तेज हो जाती है और आखिरी चारा धरना प्रदर्शन ही होता है।  जवाब में कहीं सरियों से सर फ़ूटे, कहीं पानी की बौछार हुई, और कही गुंडे बुला लिए बिल्डर ने।   अभी नया ताजा मामला हुआ है पंचशील ग्रीन्स 2 में, जहा बिल्डर ने बात न सुनी, तो निवासिओं ने किया प्रदर्शन और बदले में मिला उनको बिल्डर के वकील का नोटिस यानी मानहानि का दावा।

जानिए क्या है मामला 
पिछले रविवार को पंचशील ग्रींस 2 निवासियों ने सोसाइटी में धरना किया था जिसमे कई मुख्य डिमांड थी।  जैसा के दीपांकर कुमार ने बताया था कि पंचशील के निवासी अपनी पसंद का इंटरनेट कनेक्शन नहीं ले सकते, इंटरनेट सर्विस देने वालों की सोसाइटी में एंट्री ही बैन है, कूड़ा निस्तारण नहीं होता, सिक्योरिटी गार्ड्स सही से काम नहीं करते, आग लगने के बावजूद आजतक फायर सेफ्टी सिस्टम सही से काम नहीं करता इत्यादि कई परेशानियां बताई थी।  और बिल्डर के ऑफिस के सामने सभी निवासियों ने अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर विरोध किया था और मेंटेनेंस ऑफिस के साथ मार्केटिंग ऑफिस के सामने तक मार्च किया था। 

विरोध प्रदर्शन में अनेक निवासी शामिल
इस विरोध प्रदर्शन में सोसाइटी के अनेकों निवासी शामिल थे, जिसकी अगुवाई इस क्षेत्र के घर खरीददारों के हक की लडाई लड़ने वाले नेफोवा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं सोसाइटी के ही निवासी दीपांकर कुमार कर रहे थे।  

बिल्डर ने धरने प्रदर्शन पर मनाया, खुश करके घर भेजा, पीछे से की, नोटिस की तैयारी
दीपांकर कुमार ने बताया कि जिस दिन हम प्रदर्शन कर रहे थे, उस दिन बिल्डर के कुछ क्लाइंट्स आये हुए थे, वहां इमेज के चक्कर में हमे उसके लोगो ने आकर मनाया और पंचशील ग्रुप के अधिकारी अंकुर नागर ने हम सभी से बात करके और हमारी समस्याओ को सुनकर जल्दी निस्तारण करने का वादा किया था। ये तो पीठ में खंजर घोंपने जैसा हुआ। हमे कहता है घर जाओ और खुद ने कर लिया वकील तैयार और कर दिया मानहानि का दावा।" 

क्या लिखा है मानहानि के दावे में 
नोटिस में लिखा है कि दीपांकर कुमार एक किरायेदार होते हुए सोसाइटी निवासियों को बिल्डर के विरुद्ध भड़का रहे हैं और बिल्डर के विरुद्ध गतिविधियों में संलिप्त कर रहे हैं जिससे बिल्डर की छवि धूमिल हो रही है। नोटिस में यह भी कहा है कि बिल्डर को अपनी छवि धूमिल होने से मानसिक प्रताड़ना सहना पड़ रहा है। 

'हमारे मानसिक उत्पीड़न का क्या?'
पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों का कहना है कि हमारे द्वारा विरोध प्रदर्शन से क्षुब्ध है बिल्डर और हमारी एकता को कमजोर करने और डराने के लिए बिल्डर ने  दीपांकर कुमार को मानहानि का नोटिस भेजा है। अमित सिंह कहते है, " बिल्डर का क्या चीर हरण हो गया ऐसा जो इतनी तकलीफ हुई है। हम जो असुविधाओं में रह रहे है उसका क्या। "

पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों में रोष
बिल्डर के द्वारा भेजे गए मानहानि नोटिस का सभी सोसाइटी निवासियों ने एक सुर में कड़ा विरोध दर्ज किया है। साथ ही उन्होंने  बिल्डर पर उल्टा आरोप लगाया है कि बिल्डर द्वारा मूलभूत सुविधायें  ना दिए जाने के कारण 2000 निवासियों का मानसिक उत्पीड़न हर रोज हो रहा है।

निवासियों ने उठाई सरकार और प्रशासन पर उठाया सवाल
अमित सिंह कहते है के ये सब सरकार और प्रशासन पर भी सवाल खड़ा करता है  कि पंचशील बिल्डर जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश का अनुपालन नहीं कर रहा, लेकिन जिलाधिकारी महोदय अपने आदेशों की अवहेलना पर भी कोई कार्रवाही नहीं कर रहे। क्या सरकार एवं प्रशासन इसलिए मौन है कि बिल्डर का भाई सत्तारूढ़ पार्टी से सम्बद्ध और गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत के अध्यक्ष हैं? 

निवासी कर रहें है जवाबी कार्रवाही की तैयारी 
दीपांकर कुमार ने बिल्डर के मानहानि के नोटिस पर कहा कि बिल्डर को इसका उचित जवाब दिया जाएगा। दीपांकर ने यह भी कहा कि बिल्डर सबसे पहले अपने रिकॉर्ड सही करे क्योंकि वह किरायेदार नहीं बल्कि अपने घर के मालिक हैं। इसके साथ दीपांकर ने यह भी सवाल किया कि क्या अगर कोई किरायेदार भी है तो उसे बुनियादी सुविधाएं मांगने का हक नहीं? क्या बिल्डर किरायेदार से मेंटेनेंस शुल्क नहीं लेता?

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.