चेयरमैन संजीव मित्तल ने इस प्रोजेक्ट को लेकर दोनों अथॉरिटी से कही बड़ी बात, अब जल्दी शुरू होगा निर्माण

ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो : चेयरमैन संजीव मित्तल ने इस प्रोजेक्ट को लेकर दोनों अथॉरिटी से कही बड़ी बात, अब जल्दी शुरू होगा निर्माण

चेयरमैन संजीव मित्तल ने इस प्रोजेक्ट को लेकर दोनों अथॉरिटी से कही बड़ी बात, अब जल्दी शुरू होगा निर्माण

Tricity Today | Aqualine Metro

Greater Noida West Metro Project Update : नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन संजीव मित्तल (Sanjeev Mittal IAS) ने गुरुवार समीक्षा बैठक की। शहर में चल रही बड़ी विकास योजनाओं के बारे में भी जानकारी हासिल की। चेयरमैन नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Noida Metro Rail Corporation) के सदस्य भी हैं। लिहाजा, उन्होंने एनएमआरसी की भी बैठक की। इसमें एचआर से संबंधित कुछ प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West Metro) के बीच चलने वाली मेट्रो लाइन को लेकर प्रगति रिपोर्ट जानी। उन्होंने इसमें काम शुरू करने के लिए बची प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा करने के लिए कहा है।

नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो है। पहले चरण में वेस्ट के सेक्टर-2 तक मेट्रो चलेगी। इसके लिए कई बार टेंडर निकाले गए। इसी महीने एक जुलाई को टेंडर खोला गया था। इसमें 3 कंपनियों ने मेट्रो प्रोजेक्ट में इच्छा दिखाई है। इन कंपनियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है। चेयरमैन संजीव मित्तल को एनएमआरसी की प्रबंध निदेशक ऋतु माहेश्वरी ने यह जानकारी दी। बताया कि करीब 1 महीने में सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद किसी एक कंपनी का चयन किया जाएगा। अक्टूबर 2021 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इस पर चेयरमैन सभी प्रक्रियाएं जल्दी पूरी करने को कहा है। उन्होंने ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का लोग इन्तजार कर रहे हैं।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मेट्रो प्रोजेक्ट को दिसंबर 2019 में ही मंजूरी दे दी थी लेकिन केंद्र सरकार से फिलहाल स्वीकृति का इंतजार है। अगले डेढ़ महीने में भारत सरकार से इसकी मंजूरी ली जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली राज्य सरकार आगामी विधानसभा चुनाव 2022 तक पहले चरण वाले ट्रैक पर मेट्रो दौड़ाने की योजना बना रही थी लेकिन कानूनी अड़चनों और कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन से प्रक्रिया में सुस्ती आई। अब नए सिरे से इस पर फोकस किया जा रहा है। अक्टूबर में शिलान्यास की तैयारी की जा रही है।

यह मेट्रो रूट 15 किलोमीटर का होगा। इस विस्तार के जरिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन और ग्रेटर नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन से जुड़ जाएंगे। राजधानी के साथ कनेक्टिविटी में सुधार होगा। आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी। अभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जुडी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। इस रूट पर कुल 9 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 5 पहले चरण में बनकर तैयार होंगे। एनएमआरसी प्रबंध निदेशक ऋतु महेश्वरी ने कहा, "ग्रेटर नोएडा वेस्ट कॉरिडोर पर काम सबसे पहले शुरू होगा। इसकी योजना को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है।"

पहले फेज में पांच स्टेशन बनेंगे। ये नोएडा में सेक्टर-122, सेक्टर -123 और आगे हिंडन नदी पार करके मेट्रो ग्रेटर नोएडा वेस्ट में प्रवेश करेगी। आगे ग्रेटर नोएडा सेक्टर-4, ईकोटेक-12 और ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 में स्टेशन बनाए जाएंगे। इस लाइन का रूट और सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन 492 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इस प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट की कनेक्टिविटी नोएडा से बेहतर हो जाएगी। अभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पास सार्वजनिक परिवहन का कोई इंतजाम नहीं है। लोगों को निजी वाहनों पर ही निर्भर है।

नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो लाइन प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश सरकार ने 3 दिसंबर 2019 को मंजूरी दी थी। करीब डेढ़ साल का वक्त बीतने के बावजूद इस पार काम शुरू नहीं हो सका है। इससे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सरकार के खिलाफ गुस्सा है। उम्मीद थी कि इस लाइन का काम फरवरी-मार्च 2020 तक शुरू हो जाएगा। 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो चलने का असर नोएडा से परी चौक होते हुए ग्रेटर नोएडा जा रही मेट्रो लाइन पर भी पड़ेगा। इससे मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। एनएमआरसी का कहना है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक मेट्रो चलने पर शुरुआती महीनों में ही लाखों लोगों के सफर करने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि वेस्ट में करीब दो लाख लोग रह रहे हैं। अगले दो साल में खाली पड़े फ्लैट में भी लोग रहने आ जाएंगे।

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