Greater Noida West : महागुन माइवुड्स सोसाइटी के निवासियों ने बिल्डर द्वारा थोपी जा रही एओए को रोकने के लिए मेरठ डिप्टी रजिस्ट्रार से गुहार लगाने की तैयारी कर ली है। पहले निवासी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ और ओएसडी के पास मदद की गुहार की है। अब निवासियों का कहना है कि मेरठ डिप्टी रजिस्ट्रार से अपनी मदद को लेकर गुहार लगाएंगे।
बिल्डर पर करोड़ों रुपए बकाया
सोसाइटी के निवासी अनिल वर्मा ने बताया कि बिल्डर पर करीब एक करोड़ का अथॉरिटी के पानी का बिल बकाया है। इसके अलावा डेढ़ करोड़ का बिजली का बिल बकाया है, जबकि सभी निवासियों से बिल्डर बिजली बिल के रूप से एडवांस पैसा ले रहा है। सोसाइटी के स्विमिंग पूल के नीचे बेसमेंट बनाया हुआ है। जिसकी वजह से इंफ्रस्ट्रक्चर को नुकसान हो रहा है। सोसाइटी में 7 टॉवरों के लगभग फ्लैट मालिकों की रजिस्ट्री प्राधिकरण द्वारा ओसी ना दिए जाने की वजह से लटकी हुई है। जिसका कारण प्राधिकरण का बिल्डर पर करोड़ों का बकाया है।
सोसाइटी में लगा समस्याओं का अम्बार
लोगों का आरोप है कि सोसाइटी की समस्या को ईमेल के जरिए बताया जाता है, लेकिन बिल्डर की तरफ से कोई रिप्लाई नहीं किया जाता। निवासी बिल्डर की नीतियों से परेशान हैं। कई जगह से पानी लीकेज की समस्या है। सोसाइटी के भीतर अनेक कमियां है। लिफ्ट ठीक प्रकार से नहीं चलती है। इतनी सारी समस्या होने के बावजूद भी बिल्डर जबरदस्ती एओए का गठन करवाना चाहता है। जिससे सारा काम निवासियों के उसके ऊपर आ जाए। इसी के विरोध में लोगों ने हंगामा कर रहे है।