Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को फिर निराशा का सामना करना पड़ा है। फिलहाल निकट भविष्य में लोगों का मेट्रो से आरामदायक सफर का सपना पूरा होते नहीं दिख रहा। केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसके लिए कोई फंड निर्धारित नहीं किया है। मेट्रो का सफर करने के लिए लोगों को ऑटो या ई-रिक्शा का प्रयोग करना पड़ता है। जिसमे उनका समय व पैसे बर्बाद होता है।
लंबे समय से कर रहे है मांग
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोग लंबे समय से यहां पर आधारभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मांग के तहत क्षेत्र में सिटी बसों के अलावा मेट्रो सेवा शुरू करने की मांग भी यहां के लोगों की प्रमुख मांग रही है। बड़े-बड़े सपने दिखाकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिल्डरों ने फ्लैट बेचे थे। लाखों लोगों ने अपने सपनों के घर का सपना पूरा करने के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट को चुना भी। बिल्डरों ने इस इलाके को नोएडा एक्सटेंशन के नाम से विकसित किया और प्रस्तावित मेट्रो के नाम पर अपने फ्लैट बेचे।
मांग को लेकर कर चुके है धरना प्रदर्शन
इस मांग को लेकर स्थानीय गोल चक्करों से लेकर दिल्ली में जंतर-मंतर तक पर धरना प्रदर्शन हो चुका है। लेकिन सरकारें नोएडा एक्सटेंशन के लोगों तक मेट्रो नहीं पहुंचा पा रही हैं। कल यानी मंगलवार 23 जुलाई को पेश हुए मोदी सरकार के बजट में भी ग्रेटर नोएडा के लोगों के लिए मेट्रो को लेकर कोई बात नहीं हुई है।
ये मेट्रो लाइन प्रस्तावित
नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट
नोएडा सेक्टर 142 से बोटैनिकल गार्डन
परी चौक से जेवर
जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली
प्रस्तावित मेट्रो अभी तय नहीं
नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक प्रस्तावित मेट्रो को लेकर अभी उत्तर प्रदेश सरकार में ही मामला तय नहीं हो पाया है। जबकि सेक्टर 142 से बोटैनिकल गार्डन के बीच प्रस्तावित मेट्रो लाइन की DPR तैयार हो चुकी है और केंद्र की मंजूरी के लिए गई हुई है। इसके बावजूद बजट में इसके लिए फंड की घोषणा नहीं होने से स्थानीय लोग निराश हैं।