Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सुपरटेक बिल्डर की हाऊसिंग सोसायटी इकोविलेज-2 के निवासियों ने विकास प्राधिकरण के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी को पत्र लिखे हैं। ई-मेल के माध्यम से भेजे गए पत्र में केके शर्मा, गोपाल बरनवाल, सुधा वर्मा और गौतमबुद्ध नगर विकास समिति के महसचिव आदित्य अवस्थी ने लिखा है, "सुपरटेक लिमिटेड से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। बेहद परेशान होकर हम आपको यह पत्र लिख रहे हैं। कई मुद्दे चल रहे हैं। बिल्डर का मैनेजमेंट रोजाना निर्दोष निवासियों को लूट रहा है। एक आधिकारिक एजेंसी होने के नाते आपके तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। फ्लैट खरीदार अपने जीवन को शांतिपूर्ण और सम्मान के साथ जीना चाहते हैं। आपके समर्थन की उम्मीद करते हैं।"
निवासियों ने बताईं यह परेशानियां
1. निवासियों ने 8 नवंबर 2022 को एक किलोवॉट बिजली लोड बढ़ाने के लिए कुल 29,500 रुपये का भुगतान किया है। यह अनैतिक है क्योंकि एनपीसीएल का शुल्क सुपरटेक बिल्डर की तुलना में बहुत कम है। साथ ही हमारे आसपास की सोसायटीज में भी बहुत कम शुल्क उनके बिल्डर ले रहे हैं। कुछ दिनों के बाद हमें पता चला कि सुपरटेक ने 23,600 रुपये चार्ज किया था। कुछ हफ़्ते पहले 20,000 रुपये थे। कहीं भी संशोधित दरों की कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई है। वे इसे हर ग्राहक से अलग-अलग चार्ज कर रहे हैं। हालांकि, 20% निवासी इन शुल्कों का भुगतान नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके पास राजनीतिक सहयोग है या वे स्थानीय समूहों से जुड़े हुए हैं।
2. कार पार्किंग शुल्क बार-बार बढ़ाए जाते हैं। दो महीने पहले कवर पार्किंग के लिए शुल्क 3 लाख रुपये थे। पिछले महीने यह 4 लाख था। अब यह 5 लाख रुपये और जीएसटी कर दिया गया है। यह वसूली एकल पार्किंग के लिए है। कई निवासियों के लिए तो पार्किंग की जगह उपलब्ध नहीं है। उन्हें बेतरतीब ढंग से अपने वाहनों को पार्क करना पड़ता है। इससे दूसरे रहवासियों के साथ आए दिन विवाद हो रहा है।
3. एक माहौल बना है कि अगर आप इन समस्याओं से पीड़ित हैं तो अपना फ्लैट बहुत कम कीमत पर बेच दें और सोसाइटी छोड़ दें। बैंक भी फंडिंग नहीं कर रहे हैं। प्रॉपर्टी डीलर अत्यधिक सक्रिय हैं और खरीदारों को 50% से कम बाजार मूल्य पर अपने फ्लैट बेचने के लिए मजबूर कर रहे हैं।
4. हम उन टावरों में रह रहे हैं जिनमें 80% लोग रहते हैं, लेकिन बिल्डर ने आग से सुरक्षा और नियमों का पालन नहीं किया है। दीवाली के अवसर पर हमें आग लगने की घटनाओं का सामना करना पड़ा था। पता चला कि आग बुझाने के यंत्र नहीं थे। टॉवर बी-12 के निवासियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया था।
5. हमें सुविधा, पूर्ण रखरखाव और बुनियादी सुविधाएं दिए बिना शुल्क लिया जा रहा है। अगर कोई भुगतान करने में एक दिन भी लेट हो जाए तो उस पर पेनल्टी लगाई जा रही है।
6. सभी खरीदारों ने पहले ही पंजीकरण शुल्क का भुगतान कर दिया है लेकिन बिल्डर की ओर से फ्लैट की रजिस्ट्री पर कोई प्रगति नहीं हुई है। हम आज तक अपने घरों के मालिक नहीं बन पाए हैं।
लोगों ने कहा- खून चूस रहा है बिल्डर
निवासियों ने अपने मेल में लिखा है, "हम निवासियों के वास्तविक दर्द को समझने के लिए अनुरोध करते हैं। आशा है कि आप हमारी चिंताओं को समझेंगे और निर्दोष खरीदारों का खून चूसने वाले बिल्डर पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे। आखिर कब तक वह हमारा खून चूसता रहेगा। ट्विन टावर गिराए जाने के बाद भी सुपरटेक बिल्डर ने कोई सबक नहीं सीखा है।"