Greater Noida West : बिसरख गांव में रहने वाले चेतन भाटी डाक कावड़ लेने हरिद्वार गए थे। वहां से वापस लौटते समय रास्ते में उनको हार्टअटैक आ गया और मौत हो गई। रास्ते में रुड़की के पास वह बेहोश होकर गिर गए थे। चेतन भाटी का एक बेटा और एक बेटी है। इस घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
कब और कैसे आया हार्टअटैक
बिसरख गांव से बीते बुधवार को डाक कावड़ हरिद्वार गई थी, जिसमें गांव का निवासी चेतन भाटी भी गया था। शुक्रवार की दोपहर बाद हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस डाक कावड़ लौट रही थी। जानकारी के मुताबिक रुड़की के पास चेतन भाटी बेहोश होकर गिर गया। उसके साथी थोड़ा सा आगे निकल गए थे, लेकिन जब काफी समय तक साथियों को चेतन भाटी दिखाई नहीं दिया तो उन्होंने वापस जाकर ढूंढा।
दाल चावल खाकर फिर हो गया बेहोश
वहां पर साथियों ने देखा कि चेतन भाटी सड़क पर पड़ा हुआ है। साथियों ने किसी तरीके से चेतन भारती को उठाया और एक शिविर कैंप में ले गए। वहां पर उसको होश आ गया। साथियों के साथ मिलकर चेतन भारती ने दाल चावल भी खाए थे, लेकिन दाल चावल खाने के बाद उसको उल्टी हो गई और दोबारा से बेहोश हो गया।
पूरे परिवार में कोहराम मचा
बेहोश होने के बाद साथियों ने उसको तत्काल रुड़की के सरकारी अस्पताल में एडमिट करवाया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि चेतन भाटी की मौत हार्टअटैक आने की वजह से हुई है। चेतन भाटी का एक बेटा और एक बेटी है। इस घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।