पीएम मोदी के पोंडमैन ने बदली ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तालाब की सूरत, देखकर बोलोगे- कमाल कर दिया

गर्व की बात : पीएम मोदी के पोंडमैन ने बदली ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तालाब की सूरत, देखकर बोलोगे- कमाल कर दिया

पीएम मोदी के पोंडमैन ने बदली ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तालाब की सूरत, देखकर बोलोगे- कमाल कर दिया

Tricity Today | पहले और अब के तालाब की फोटो

Grater Noida : डाढ़ा गांव के रहने वाले रामवीर तंवर का नाम ऐसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोंडमैन नहीं रखा है। रामवीर तंवर ने गिरते जलस्तर को बचाने के लिए गांवों में गंदे तालाबों को खुद टीम के साथ साफ करके पोंडमैन का नाम पाया। रामवीर तंवर ने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा समेत कई प्रदेशों में 40 से अधिक तालाबों का पानी पीने योग्य बनाया और तालाबों को पीकनीक के रूप में चमकाया है। 

खेल-खेल में पानी को बचाने की हुड़क लगी
रामवीर तंवर बताते हैं कि उन्होंने गिरते जलस्तर और बर्बाद होते तालाबों में गंदे पानी को बचाने के लिए कॉलेज में पढ़ने के दिनों में खेल-खेल में योजना बनाई थी। अपने दोस्तों के साथ कॉलेज से छुट्टी के बाद गांवों में जल चौपाल लगाने लगे और लोगों को जागरूक करने का काम किया। इस काम में प्रेरणा स्रोत गौतमबुद्ध नगर जिले में तैनात रहे जिलाधिकारी एनपी सिंह रहे। डीएम एनपी सिंह ने इस काम में उत्साह बढ़ाने के साथ ही काम में हाथ बढ़ाने का काम किया।

टीम के साथ किया काम
उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा शहर में इंडस्टीयल एरिया के बीच में बसे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गांव खेड़ा-चौगानपुर में तालाब को चमकाने का जिम्मा उठाया। खेड़ा-चौगानपुर गांव के तालाब का बुरा हाल था। वर्ष 2019-20 में तालाब में जमीन जलकुभी को साफ किया। कचरा, दलदल और कालेपानी को साफ किया गया। उनकी टीम ने इसमें काफी मेहनत की है। गांव के तालाब को गंदे पानी से बचाने के लिए छोटा तालाब बनाया। इस तालाब में गांव का गंदा पानी आता है। छोटे तालाब से आगे पत्थर और घास लगाई गई है। जिससे पानी छनकर तालाब में पहुंचता है। 

तालाब में 1,000 मछलियां
उन्होने बताया कि तालाब में 1,000 मछली हैं। यह मछली छोटी-मोटी गंदगी और घास और जलकुभी को खा जाती है। तालाब के चारों और 200 पौधे लगाए गए हैं। जो फलदार, छायादार और फूलदार हैं।

मल्टीनेशनल कंपनी से नौकरी छोड़कर बने पोंडमैन
पढ़ाई पूरी करने के बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में उनकी नौकरी लग गई लेकिन उनका मन तालाबों की सफाई में पहले से ही लगा रहा। शुरू में कई एनजीओ के साथ मिलकर काम किया। आखिरकार 2018 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूर्ण रूप से तालाबों की सफाई में जुट गए।

पीएम मोदी ने रखा पोंडमैन नाम
ग्रेटर नोएडा के डाढ़ा गांव निवासी रामवीर तंवर मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करने लगे लेकिन तालाबों की सफाई ने उन्हें अपनी ओर खींच लिया। तालाबों की सफाई के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इसी काम में जुट गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अक्टूबर 2021 को देश से "मन की बात" में इसका जिक्र किया था। रामवीर तंवर ने ग्रेटर नोएडा के केसीसी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। बीटेक करने के साथ ही वह अपने खर्च के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगे। ट्यूशन पढ़ाने के दौरान उन्होंने अपने गांव से तालाबों के आसपास की सफाई का काम शुरू किया। 

 कई जिलों में कर चुके तालाबों की सफाई
रामवीर तंवर ने 2020 में अर्थ के नाम से अपना एनजीओ बना लिया। अब इसी के जरिए तालाबों की सफाई करा रहे हैं। रामवीर तंवर ने सबसे पहले गौतमबुद्ध नगर जिले के कुलीपुरा गांव के तालाब की सफाई कराई। इसके बाद से यह कारवां बढ़ता चला गया और अब तक बुलंदशहर, सहारनपुर और गाजियाबाद में काफी तालाबों की सफाई करा चुके हैं।

फाउंडेशन और एनजीओ से मिल रही मदद
रामवीर तंवर ने बताया कि वर्तमान समय में गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिले में काम चल रहा है। तालाबों की सफाई के लिए फंड की जरूरत पड़ती थी। इसके लिए बड़ी कंपनियों से संपर्क किया और वह मदद करने लगीं। एचसीएल फाउंडेशन, ग्रीन यात्रा और स्लीप वेल फाउंडेशन आदि एनजीओ मदद कर रहे हैं।

2015 से की शुरुआत
रामवीर तंवर ने बताया कि यह काम वह 2015 से कर रहे हैं। अब यह जुनून बन गया है। शुरुआत में गांव में जल चौपाल से काम शुरू किया था। आज यह जल बचाओ, जीवन बचाओ तक पहुंच चुका है। यह काम अनवरत चलता रहेगा।

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