बिल्डर ने निवासी के प्रवेश पर लगाया रोक, सिक्योरिटी गार्ड्स ने बताई वजह, मामला पुलिस में पहुंचा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट : बिल्डर ने निवासी के प्रवेश पर लगाया रोक, सिक्योरिटी गार्ड्स ने बताई वजह, मामला पुलिस में पहुंचा

बिल्डर ने निवासी के प्रवेश पर लगाया रोक, सिक्योरिटी गार्ड्स ने बताई वजह, मामला पुलिस में पहुंचा

Google Image | बिल्डर ने निवासी के प्रवेश पर लगाया रोक

Greater Noida West : गौतमबुद्ध नगर में बिल्डरों के खिलाफ आवाज उठाना खरीदारों को भारी पड़ने लगा है। कुछ बिल्डर निवासियों को प्रताड़ित करने के लिए अनेकानेक तरीके अपना रहे हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेकजोन 4 में स्थित सेवियर ग्रीन आर्च के एक निवासी के साथ बीती रात ज्यादती की गई। बिल्डर प्रबंधन ने सिक्योरिटी गार्ड्स को निर्देश दिया था कि पीड़ित खरीदार की गाड़ी को सोसाइटी में प्रवेश न करने दें। इस वजह से निवासी को 3 घंटे तक पत्नी और बच्चे के साथ बाहर गुजारना पड़ा। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्हें प्रवेश करना दिया गया।

मामला टेकजोन 4 में स्थित सेवियर ग्रीन आर्च सोसाइटी का है। निवासी ने न्यू वे होम्स प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बिल्डर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने पहले ही बिसरख कोतवाली पुलिस में एक शिकायत दी है। इसके अलावा रेरा में मामला दर्ज कराया है। जिसमें 20 अक्टूबर को सुनवाई थी। लेकिन बिल्डर का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। इस वजह से बिल्डर को नोटिस जारी किया गया। 9 दिसंबर को अगली सुनवाई होनी है। 

धोखा किया
पीड़ित योगेंद्र यादव ने बताया कि बिल्डर ने उन्हें बैक टू बैक पार्किंग और सोने का सिक्का देने का वादा किया था। झांसे में आकर उन्होंने साल 2018 के धनतेरस वाले दिन फ्लैट की बुकिंग कराई। लेकिन बाद में बिल्डर और एजेंट अपने वादे से मुकर गए। बिल्डर ने फ्लैट के एग्रीमेंट पेपर से इन दोनों का जिक्र हटा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि व्हाइटनर लगाकर इन सुविधाओं को मिटा दिया। इसके खिलाफ उन्होंने रेरा में शिकायत दी। इससे नाराज बिल्डर अब उन्हें प्रताड़ित कर रहा है।


पुलिस के आने के बाद जाने दिया
योगेंद्र ने बताया कि बुधवार की शाम वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ कहीं बाहर गए थे। रात करीब 9:30 बजे वह सोसायटी गेट पर पहुंचे। गार्ड्स ने उन्हें रोक लिया और बताया कि बिल्डर प्रबंधन ने उन्हें अंदर नहीं जाने की अनुमति दी है। काफी देर तक बहस के बाद उन्होंने 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद पीड़ित को सोसाइटी में प्रवेश करने दिया गया। उनका कहना है कि बिल्डर उन पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा है। लेकिन वाह डरेंगे नहीं।

मैनेजमेंट निकालेगा हल
बिल्डर के एक प्रतिनिधि ने इस पर अपना पक्ष रखते हुए बताया, मामला पहले से ही रेरा में हैं। अब फैसला प्राधिकरण सुनाएगा। निवासी के साथ किसी तरह की ज्यादती नहीं हो रही है। अगर उनके साथ कुछ गलत हो रहा है, तो वह मैनेजमेंट को शिकायत करें। उसका समाधान कराया जाएगा। उनके पुराने आरोपों पर भी कई बार चर्चा हो चुकी है। हमारे पास खरीदार की सहमति वाले पेपर हैं।

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