ग्रेटर नोएडा के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के अलॉटमेंट रद्द किए

BIG BREAKING : ग्रेटर नोएडा के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के अलॉटमेंट रद्द किए

ग्रेटर नोएडा के 6 बिल्डरों पर गिरी गाज, यमुना अथॉरिटी ने ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के अलॉटमेंट रद्द किए

Tricity Today | CEO Dr. Arunvir Singh

Yamuna City News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक के बाद एक बिल्डरों पर आफत टूट रही है। अब गुरुवार को यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने छह बिल्डरों पर बड़ी कार्रवाई की है। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे इन बिल्डरों को आवंटित जमीनों का आवंटन रद्द कर दिया गया है। अथॉरिटी ने बिल्डरों से 1,60,000 वर्ग मीटर जमीन वापस ली है। भूमि आवंटन की एवज में जमा किया गया पैसा भी जब्त कर लिया गया है। अब इन भूखंडों का अथॉरिटी नए सिरे से आवंटन करेगी।

अथॉरिटी के सीईओ ने लिया कड़ा फैसला
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने 6 बिल्डरों के ग्रुप हाउसिंग भूखंड निरस्त किए हैं। इनकी लगभग 1,60,000 वर्ग मीटर जमीन वापस ले ली है। इन बिल्डरों के करीब 18 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं। गुरुवार को यह कड़ा फैसला प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह ने लिया है। डॉ.अरुणवीर सिंह ने कहा, "भूमि का आवंटन लेने के बाद इन बिल्डरों ने प्राधिकरण की बकाया धनराशि नहीं चुकाई है। आवंटित भूमि पर परियोजनाएं शुरू नहीं की गई हैं। बिल्डरों को बार-बार बकाया पैसा चुकाने के लिए नोटिस भेजे गए लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। अब इनके आवंटन रद्द कर दिए गए हैं।"

डिफॉल्टर थे बिल्डर, नक्शे पास नहीं करवाए
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि यह सारे बिल्डर डिफॉल्टर थे, अथॉरिटी की बकाया धनराशि जमा नहीं कर रहे थे। करीब 2 वर्षों से लगातार भुगतान करने के लिए इन्हें नोटिस भेजे जा रहे थे। अंतिम नोटिस भेजकर अवसर दिया जा चुका था। इनके आवंटन रद्द कर दिए गए हैं। इनसे वापस मिली जमीन अब नए सिरे से दूसरी कंपनियों को आवंटित की जाएगी। मिली जानकारी के मुताबिक इन बिल्डरों ने अभी तक आवंटित भूमि पर कंस्ट्रक्शन शुरू नहीं किया था। नक्शे भी पास नहीं करवाए थे। प्रोजेक्ट पूरा करने का निर्धारित वक्त बीत चुका है। इनमें से कई बिल्डरों को जमीन लिए करीब 10 साल हो चुके हैं।

परियोजनाओं में आम आदमी का हित नहीं
इन ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट की एक और अच्छी बात यह रही है कि इन बिल्डरों ने प्रोजेक्ट लॉन्च नहीं किए हैं। जिसके चलते आम आदमी को प्रॉपर्टी नहीं बेची गई हैं। यमुना प्राधिकरण के अफसरों ने बताया कि इन परियोजनाओं में आम आदमी का कोई हित निहित नहीं है। मतलब, भूमि आवंटन रद्द होने से आम जनता को कोई नुकसान नहीं होगा।

किस बिल्डर की कितनी संपत्ति जब्त

1. सन वाइट इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, सेक्टर-D
11,253 - वर्ग मीटर
1.33 करोड़ जब्त

2. प्रथम रियल वेंचर्स, सेक्टर-D
11,610 - वर्ग मीटर
1.36 करोड़ जब्त

3. ग्रोथ इंफ्राटेक, सेक्टर-D 
18,440 - वर्ग मीटर
12.16 - करोड़ जब्त

4. यूजी इंफ्रा स्ट्रेचर, सेक्टर-D
10,103 - वर्ग मीटर
1.18 - करोड़ जब्त

5. तृवली प्रोजेक्ट, सेक्टर-D
11,610 - वर्ग मीटर
1.36 करोड़ जब्त

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