एयर ट्रैफिक कंट्रोल बनकर तैयार, अब रनवे पर जोर, पढ़िए एयरपोर्ट की ताजा अपडेट

Noida Airport : एयर ट्रैफिक कंट्रोल बनकर तैयार, अब रनवे पर जोर, पढ़िए एयरपोर्ट की ताजा अपडेट

एयर ट्रैफिक कंट्रोल बनकर तैयार, अब रनवे पर जोर, पढ़िए एयरपोर्ट की ताजा अपडेट

Tricity Today | एयर ट्रैफिक कंट्रोल बनकर तैयार

Greater Noida News : जेवर (Jewar) में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) टावर का काम पूरा हो गया। इसकी जानकारी खुद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) ने दी है। मंगलवार को एटीएस की छत पर पूरी तरीके से लैंटर डाल दिया गया है। इसकी ऊंचाई 38 मीटर है। अगर मंजिल में बात की जाए तो यह 8 मंजिला बना हुआ है। अब इसमें कुछ फिनिशिंग का काम बाकी है, जिसको करने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इस एयर ट्रैफिक कंट्रोल को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Airport Authority of India) को सौंप दिया जाएगा।

रनवे का काम युद्धस्तर पर
गौतमबुद्ध नगर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन रहा है। इस हवाई अड्डे पर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। एटीसी टावर पूरा हो गया और अब रनवे का काम बहुत जल्द पूरा होने वाला है। अधिकारियों का कहना है कि रनवे का काम 70 प्रतिशत पूरा हो गया। लक्ष्य रखा गया है कि फरवरी 2024 तक रनवे का काम पूरा हो जाएगा। इसको बनाने के लिए दिन-रात कर्मचारी लगे हुए हैं। बाकी काम में भी गति आ रही है। किसी भी शर्त पर 2024 सितम्बर तक एयरपोर्ट से पहली उड़ान उड़ जाएगी।

दिन-रात 7200 वर्कर्स काम कर रहे
वर्तमान में जेवर एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में लगभग 7200 वर्कर्स दिन-रात काम में लगे हैं। पहले चरण में एयरपोर्ट पर 5,730 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वैसे पूरा एयरपोर्ट बनने में 29,650 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके अलावा एयरपोर्ट निर्माण में 450 से ज्यादा बड़ी मशीनें लगी हुई है। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन पर नोएडा एयरपोर्ट बनना है।

नोएडा एयरपोर्ट को अब DXN नाम से जाना जाएगा
पूरी दुनियाभर में जितने भी एयरपोर्ट हैं। उनका एक कोड होता है, जिसको इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन देता है। किरण जैन ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से DXN नाम फाइनल किया गया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कोड वर्ड DXN (डीएक्सएन) होगा। नोएडा एयरपोर्ट को अब पूरी दुनिया में डीएक्सएन नाम से जाना जाएगा। अगर आप फ्लाइट बुकिंग करते हो तो आपको डीएक्सएन एयरपोर्ट से बुकिंग करनी पड़ेगी।

उड़ान सितंबर 2024 में उड़ेगी
किसी भी हालत में सितंबर 2024 तक गौतमबुद्ध नगर में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा। पहले चरण में यानी कि 2024 में ऐसा दिन आएगा, जब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक महीने में 10 लाख रुपए हवाई यात्रा करेंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य के लिए फिलहाल 1000 मजदूर कार्य कर रहे हैं, लेकिन इनकी संख्या अधिकतम 5000 की जा रही है। यानी कि 5000 मजदूर भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बना रहे हैं।"

2024 में 12 मिलियन यात्री कर सकेंगे सफर
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा देश का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनाया जा रहा है। यह एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर जमीन में फैला हुआ है। इसका निर्माण चार चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 2024 के सितंबर महीने तक पूरा हो जाएगा। पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों के लिए शुरू होगा। अंतिम और चौथा चरण पूरा होने पर एयरपोर्ट के दो टर्मिनल और 2 रनवे होंगे, जो एक साल में 70 मिलियन यात्रियों को संभालेंगे।

सबको पीछे छोड़ देगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरण में किया जाएगा। पहला चरण 2024 तक पूरा होगा। इसमें 1,334 हेक्टेयर जमीन का विकास होगा। पहले चरण में 12 मिलियन क्षमता पैसेंजर के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा। दूसरे चरण साल 2032 तक पूरा होगा। तीसरा चरण 2037 और चौथा चरण 2050 तक पूरा होगा। चौथा चरण 70 मिलियन पैसेंजर का होगा। इस तरह चारों चरण को मिलाकर यह 29,560 करोड रुपए की परियोजना है।

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