- ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्री एसोसिएशन ने सीईओ से की मुलाकात
- प्राधिकरण ने सैद्धांतिक सहमति दी
- सेक्टर-10 में यह पार्क विकसित करने की तैयारी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के आने के बाद उद्यमियों के लिए यह क्षेत्र मुफीद बन गया है। निवेशकों की मांग पर यमुना प्राधिकरण ने 100 एकड़ में प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क विकसित करने का फैसला किया है। इससे जुड़े उद्यमियों से प्राधिकरण ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई होगी।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में उद्योगों को क्लस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्राधिकरण क्षेत्र में हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, अपैरल पार्क, डाटा सेंटर पार्क, इलेक्ट्रिक व्हीकल सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, टॉय सिटी आदि को विकसित करने का काम चल रहा है। कुछ पार्कों में जमीन का आवंटन हो चुका है। जबकि कुछ में यह प्रक्रिया जारी है। ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने यहां प्लास्टिक प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए अपना प्रस्ताव दिया। यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने उनके प्रस्ताव को समझा और इस पर अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। सीईओ ने कहा कि जल्द ही इस दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे।
जमीन खरीद भी जल्द शुरू होगी
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क को सौ एकड़ में विकसित किया जाएगा। यह पार्क सेक्टर 10 में विकसित किया जाएगा। जहां पर जल्द ही जमीन खरीदी जाएगी ताकि इस बात को मूर्त रूप दिया जा सके।
जल्द पूरी होगी सारी प्रक्रिया
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने उद्यमियों से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद इस परियोजना में आगे की कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इस पार्क को विकसित करने के लिए सभी जरूरी प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी।
इनका उत्पादन होगा
एसोसिएशन के पदाधिकारियों मैं अपने प्रस्ताव में बताया है कि प्लास्टिक का प्रयोग लगातार बढ़ रहा है कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां पर प्लास्टिक का इस्तेमाल ना होता हो इसलिए यहां पर प्लास्टिक से बने उत्पादों का निर्माण होगा प्रोजेक्ट में 20 प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया है, जिन पर यहां काम हो सकता है। यहां पर मेडिकल उपकरण, कृषि संबंधित उपकरण, पीवीसी पाइप, पैकेजिंग से संबंधित सामान आदि बनाया जाएगा।
इन पार्कों को विकसित करने का चल रहा है काम
मेडिकल डिवाइस पार्क : सेक्टर 28 में मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जाएगा। 350 एकड़ में यह पार्क विकसित होगा। जल्द ही इसकी योजना आएगी। दो चरणों में पार्क विकसित करने की तैयारी है।
डाटा सेंटर पार्क : सेक्टर 28 में डाटा सेंटर पार्क बनेगा। इसके लिए 100 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है। बहुत जल्द इसकी योजना लांच की जाएगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल सिटी : यह योजना भी सेक्टर 28 में आएगी। इस पार्क में इलेक्ट्रिक वाहन बनाए जाएंगे। इसके लिए 100 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।
लेदर पार्क : यह पार्क भी सेक्टर 28 में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 100 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है। यहां पर जूतों के निर्माण के साथ ही असेसरीज बनेगी।
सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 10 में प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क विकसित किया जाएगा। इसको लेकर उद्यमियों ने भी इच्छा जताई है। जल्द ही इस पर काम किया जाएगा।