Greater Noida News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। एयरपोर्ट के दूसरे चरण में एक हजार एकड़ जमीन पर एविएशन हब बनाया जाएगा। जहां पर हवाई जहाज के कलपुर्जे बनाए जाएंगे। बड़ी बात यह है कि यहां पर केवल इंडियन ही नहीं बल्कि विदेशी कंपनियों को भी अपनी इकाई लगाने का मौका मिलेगा। इसके लिए इंटरनेशनल 16 कंपनियों ने यमुना विकास प्राधिकरण से संपर्क किया है। जानकारी के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) की यह पहली स्कीम है। इस प्रोजेक्ट का मास्टर प्लान बनाने की जिम्मेदारी नियाल ने PWC को दी है। खास बात यह है कि इसके लिए एफडीआई को प्राथमिकता दी जाएगी।
दूसरे चरण में बनेगा एविएशन हब
यमुना विकास प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण में एविएशन हब बनाया जाएगा। यह हब एक हजार एकड़ जमीन पर बनेगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण में 1365 हैक्टेयर जमीन को विकसित किया जाएगा। इसमें से ही एक हजार एकड़ जमीन पर देश-विदेश की कंपनियां हवाई जहाज के कलपुर्जे बनाएगी।
10 एयर ब्रिज बन एयरपोर्ट शुरू होने से पहले बनेंगे
इसके अलावा एयरपोर्ट शुरू होने के साथ ही परिसर में 10 एयर ब्रिज बन जाएंगे। इसके बाद यात्रियों को हवाईअड्डा परिसर में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आसानी से लोग विमान से सीधा टर्मिनल बिल्डिंग तक आवागमन कर सकेंगे। इससे समय की भी बचत होगी और लोगों को फायदा भी होगा। इसके अलावा किसी भी मौसम में समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हले रनवे का काम 70 प्रतिशत पूरा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट पर पहला रनवे का काम 70 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो गया है। पहला रनवे 3900 मीटर लंबा बनाया जा रहा है। काफी तेजी के साथ रनवे पर काम किया जा रहा है। इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि बरसात के मौसम में अपनी जमीन में ना बैठे।
पहले दिन उड़ेंगे 65 हवाई जहाज
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहले दिन ही 65 हवाई जहाज उड़ान भरेंगे। इसमें एक कार्गो फ्लाइट, दो इंटरनेशनल और 62 घरेलू हवाई जहाज पहले दिन ही उड़ेंगे। शुरुआत में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जनता को इंडिगो और एयर इंडिया की सेवा मिलेगी। इसमें 25 उड़ानें मुंबई, बंगलुरू और हैदराबाद की शामिल हैं। जबकि 37 फ्लाइट रीजनल कनेक्टिविटी के लिए होगी। इसमें देहरादून, पिथौरागढ़ और हुबली आदि शहरों में फ्लाइट चलेगी। पहले दिन ही दुबई और सिंगापुर के लिए फ्लाइट जेवर एयरपोर्ट से रवाना होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि जेवर एयरपोर्ट पर इंडिगो और एयर इंडिया एयरलाइंस अपना बेस भी बन सकती है।