ग्रेटर नोएडा में लुटा काला खजाना, अमेरिका से बोला मालिक- मेरा क्या लेना-देना

Special Report : ग्रेटर नोएडा में लुटा काला खजाना, अमेरिका से बोला मालिक- मेरा क्या लेना-देना

ग्रेटर नोएडा में लुटा काला खजाना, अमेरिका से बोला मालिक- मेरा क्या लेना-देना

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Noida News : ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसाइटी में जिस फ्लैट से करोड़ों रुपये और सोना चोरी हुआ था, उस फ्लैट के मालिक किसलय पांडेय ने इस मामले से खुद को अलग करते हुए इसकी जानकारी होने से इनकार कर दिया है। किसलय पांडेय ने बातचीत में कहा, "मेरे परिवार के साथ कुछ कॉरपोरेट कम्पनी साजिश रच रही हैं। नोएडा पुलिस ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी है। मैं और मेरे परिवार का कोई सदस्य फरार नहीं हुआ है।"

ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसाइटी में सितंबर 2020 के आखिरी हफ्ते में चोरी हुई थी। इस वारदात में 6 करोड़ रुपये और करीब 24 किलो सोना चोरी हुआ था। फ्लैट की रखवाली करने वाला नौकर अपने साथियों की मदद से बड़ी मात्रा में नकदी और सोना लेकर फरार हो गया। ख़ास बात यह है कि फ्लैट के मालिक ने चोरी की इस घटना के बारे में कोई शिकायत तक नहीं की।

वारदात के करीब 9 महीने बाद चोरों में माल के बंटवारे को लेकर मारपीट हो गई और मामला कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस तक पहुंच गया। जब चोरों ने पूरी जानकारी दी तो नोएडा पुलिस  के होश उड़ गए।  पुलिस नके जब  काले धन के मालिकों का पता लगाया तो जानकारी मिली कि फ्लैट मालिक राम मणि पांडेय और उनका बेटा किसलय पांडेय विदेश में है। अब पुलिस उनको वापस भारत लाने का प्रयास कर रही है। इस मामले में पुलिस के साथ ईडी और आयकर विभाग भी जांच में सक्रिय हो गए हैं।



यह है पूरी घटना
करोड़ों रुपये और सोना चोरी करने वाले 6 लोगों को कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने शुक्रवार ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके पास से करीब 13 किलो सोना, एक करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के कागजात और 57 लाख रुपये नकद बरामद किए थे। इस बारे में नोएडा पुलिस उपायुक्त राजेश एस ने बताया कि ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसाइटी के एक फ्लैट में पिछले साल सितंबर में चोरी हुई थी। सोने और रुपयों के बंटवारे को लेकर नोएडा और गाजियाबाद में रहने वाले चोरों के बीच विवाद हो गया। विवाद के दौरान हुई जमकर मारपीट की सूचना पुलिस तक पहुंची। इस पर पुलिस ने 6 चोरों को गिरफ्तार कर लिया जिनसे मामले का खुलासा हुआ था।

ऐसे पता चला फ्लैट के मालिक का पता
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि काला धन जिस फ्लैट में रखा था उसके मालिक राममणि पांडेय और उनका बेटा किसलय पांडेय हैं। इन दोनों के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में कई एफआईआर दर्ज हैं। किसलय पांडे और उसके पिता का फाइनेंस कंपनी इंडिया बुल्स  से भी विवाद चल रहा है। पुलिस को शक है कि यह रकम और सोना बड़ी कंपनियों को ब्लैकमेल करके हासिल की गई है।

किसलय ने आरोपों को नकारा
विदेश में बैठे किशलय पांडेय ने वीडियो कॉल के जरिए हुई बातचीत में खुद को अमेरिका में होने की जानकारी दी है। उसने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उसने यह भी दावा किया कि पुलिस जिस फ्लैट को उसका बता रही है वह उसका है ही नहीं। उसने यहां तक कहा कि सिल्वर सिटी सोसाइटी का नाम भी उसने अब तक नहीं सुना है।



किसलय पांडेय ने कहा कि मैं कई बड़ी कॉर्पोरेट कम्पनीज के खिलाफ केस लड़ रहा हूँ, यह उनकी ही सजिश है। मैं या मेरे परिवार का कोई भी सदस्य फरार नहीं है।हमारी सभी संपत्ति और नकदी का हिसाब मेरे पास है जिसको मैं जांच एजेंसी को दिखाने और बताने के लिए तैयार हूं।

खुलासे पर टीम को मिल चुका है इनाम
गौतमबुद्धनगर में अब तक की सबसे बड़ी चोरी का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुलिस कमिश्नर ने 1 लाख रुपये और उत्तर प्रदेश सरकार ने दो लाख रुपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की है।

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