यमुना अथॉरिटी ने पुलिस को शिकायत दी, दर्ज होने वाली है एफआईआर

एम3एम बिल्डर पर संकट : यमुना अथॉरिटी ने पुलिस को शिकायत दी, दर्ज होने वाली है एफआईआर

यमुना अथॉरिटी ने पुलिस को शिकायत दी, दर्ज होने वाली है एफआईआर

Tricity Today | एम3एम बिल्डर पर संकट

Greater Noida News : एम3एम (M3M) बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने शिकायत ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाने में भेज दी है। यह शिकायत प्रॉपर्टी डिपार्टमेंट के सहायक प्रबंधक बृजेश कुमार कश्यप की ओर से दी गई है। प्राधिकरण ने एम3एम बिल्डर इंडियाबुल्स कदम डेवलपर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कानूनी कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की है। नोएडा शहर के सेक्टर-128 में 73 एकड़ जमीन को अवैध रूप से कंपनियों के बीच स्थानांतरित करने का आरोप प्राधिकरण ने लगाया है।

2,500 हेक्टेयर जमीन से जुड़ा मामला
यमुना अथॉरिटी के सहायक प्रबंधक बृजेश कुमार कश्यप ने शिकायत में कहा, "यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण करने के लिए अथॉरिटी ने जेपी इंफ्राटेक कंपनी को 5 स्थानों पर 2,500 हेक्टेयर जमीन दी थी। इसमें से 5 हेक्टेयर जमीन नोएडा शहर में एक्सप्रेसवे के किनारे पर दी गई है। सेक्टर-128 में जेपी समूह ने 73 एकड़ जमीन कदम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को बेची थी। बाद में इस जमीन को गिरवी रखने के लिए प्राधिकरण से अनुमति ली गई थी।"

यह दोनों महत्वपूर्ण शर्ते हैं
शिकायत में आगे लिखा, "प्राधिकरण ने कुछ शर्तों के साथ अपने हितों को सुरक्षित रखते हुए जमीन गिरवी रखने का अनुमति पत्र जारी किया था। जिसमें दो महत्वपूर्ण शर्ते हैं। पहली शर्त यह है कि प्राधिकरण की बकाया दारी गिरवी और बिक्री के बावजूद सुरक्षित रहेगी। दूसरी शर्त के मुताबिक अगर जमीन का आवंटन किसी को प्लीज ट्रांसफर करता है तो पहले प्राधिकरण से अनुमति लेनी पड़ेगी। 

बृजेश कुमार ने की कानूनी कार्रवाई की मांग
बृजेश कुमार कश्यप ने शिकायत में बताया है कि प्राधिकरण को जानकारी मिली है कि इस जमीन को कदम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड में इंडिया बुल्स को ट्रांसफर किया है। इसके बाद इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी ने जमीन एम3एम बिल्डर को बेच दी है। यह पूरी जानकारी प्राधिकरण को गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में शिप्रा समूह की ओर से दर्ज करवाई गई एफआईआर के बाद सामने आई है। प्राधिकरण की अनुमति लिए बिना और जरूरी जानकारियों को छिपाकर इन कंपनियों ने जमीन का स्थानांतरण किया है। इससे विकास प्राधिकरण के हित सुरक्षित हो गए हैं। बृजेश कुमार कश्यप ने बिल्डर कदम प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

गाजियाबाद में 18 निदेशकों पर एफआईआर दर्ज
आपको बता दें कि गाजियाबाद के शिप्रा समूह ने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एम3एम बिल्डर और कई कंपनियों के 18 निदेशकों के खिलाफ 3 दिन पहले इंदिरापुरम थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसमें बताया गया है कि नोएडा के सेक्टर-128 में कदम प्रॉपर्टी के पास 73 एकड़ जमीन थी। समूह और कदम समूह ने अपने दिल्ली-एनसीआर में अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। इसके लिए सेक्टर-128 वाली 73 एकड़ जमीन को गिरवी रखा था। इंडिया बुल्स और एम3एम बिल्डर ने धोखाधड़ी जालसाजी और साजिश करके उस जमीन को हड़प लिया है। कदम समूह के शेयर को इंडिया बुल्स कंपनी ने गैरकानूनी ढंग से एम3एम बिल्डर को बेच दिया है। इस मामले को लेकर शिप्रा समूह ने गाजियाबाद के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दी थी। डीएम ने मामले में इंदिरापुरम थाने को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। गाजियाबाद पुलिस ने इन कंपनियों के 18 निदेशकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। अब यमुना अथॉरिटी ग्रेटर नोएडा में दूसरी एफआईआर दर्ज करवा रही है।

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