Greater Noida News : धीरेंद्र सिंह ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में औद्योगिक विकास विभाग के बजट अनुदान पर चर्चा के समय जनपद गौतमबुद्ध नगर के किसानों का पक्ष रखा। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने बताया, "जिन किसानों की जमीनों पर शिक्षण संस्थान बने हुए हैं और उद्योग लगे हुए हैं, उन शिक्षण संस्थानों में किसान के बच्चों को दाखिला दिया जाए और उनकी जमीनों पर बने हुए उद्योग धंधों में किसान के बच्चों को यथायोग्य नौकरियां उपल्ब्ध कराई जाएं।"
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के घर खरीदारों का मुद्दा उठा
धीरेंद्र सिंह ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, "उनके समय में किसानों की जमीनों को औने पौने दामों में लेकर किसान और खेतिहर मजदूरों के भविष्य को दांव पर लगाया। इन्होंने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में उपयोग चेंज करते हुए अपने बिल्डर मित्रों को जमीन आवंटित कर दी, जिसकी सजा आज भी वहां के बायर्स भुगत रहे हैं। बायर्स के खून पसीने की कमाई को बिल्डर डकार गए हैं।
भट्टा पारसौल और घोड़ी बछेड़ा के किसानों पर चलवाई थी गोलियां
धीरेंद्र सिंह ने आगे कहा, "आज विपक्ष पर कोई मुद्दा नहीं है। यह सिर्फ अपनी सरकारों के समय में किए गए घोटालों को छिपाने के लिए सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। इन्होंने भोले-भाले किसानों पर उनका हक मांगे जाने की एवज में भट्टा पारसौल, घोड़ी बछेड़ा और अलीगढ़ जनपद के जिकरपुर के किसानों पर गोलियां बरसाई थी। आज यह लोग किसान हित की बात करते हैं, इन्हें समझना होगा कि वक्त बदल चुका है।"
यूपी में विकास की नई गाथा लिखी
धीरेंद्र सिंह ने कहा, "आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी किसानों को अपने घर बुलाकर उनकी मुआवजा वृद्धि करते हैं और उनकी सहमति से जमीन लेकर इस प्रदेश के विकास की एक नई गाथा लिख रहे हैं।" धीरेंद्र सिंह ने बिल्डर-बायर्स के अलावा किसानों के लंबित प्रकरणों को भी निराकरण किए जाने के लिए धीरेंद्र सिंह ने सरकार से अपील की है।