ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) और यमुना सिटी (Yamuna City) से जुड़ी बड़ी खबर है। यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के किनारे टप्पल और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के पास विकसित होने वाले लॉजिस्टिक हब की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) यमुना प्राधिकरण को सोमवार को फाइनल रिपोर्ट फाइनल डीपीआर मिल जाएगी। डीपीआर तैयार हो चुकी है। इसको लेकर जिम्मेदार कंपनी और यमुना प्राधिकरण के अफसरों के बीच बैठक हुई है। जिसमें कई सुझाव को सम्मिलित किया गया है।
प्रदेश सरकार लगा चुकी है मोहर
यमुना प्राधिकरण टप्पल (अलीगढ़) में लॉजिस्टिक हब विकसित करेगा। प्रदेश सरकार इस पर पहले ही मुहर लगा चुकी है। 11000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में यह विकसित किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण ने लॉजिस्टिक हब की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए डीलाइट कंपनी का चयन किया था। डीलाइट कंपनी ने डीपीआर तैयार कर ली है। कंपनी ने यमुना प्राधिकरण के अफसरों के समक्ष डीपीआर का प्रस्तुतीकरण दिया।
जिम्मेदार कंपनी ने डीपीआर का प्रस्तुतीकरण किया
डीलाइट कंपनी के अधिकारियों ने डीपीआर का प्रस्तुतीकरण करते हुए बताया कि लॉजिस्टिक हब में कौन-कौन सी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। कैसे-कैसे यहां पर विकास कार्य होंगे। लॉजिस्टिक हब के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वहां तक पहुंचने के लिए अधिक से अधिक विकल्प हों। लॉजिस्टिक हब को सड़क मार्ग और रेल मार्ग से जुड़ने पर भी चर्चा हुई। लॉजिस्टिक हब पहले से ही यमुना एक्सप्रेस वे से जुड़ा हुआ है। यमुना एक्सप्रेसवे आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है। इस लिहाज से सड़क मार्ग के तीन विकल्प मौजूद हैं।
सोमवार को मिलेगी अंतिम रिपोर्ट
लॉजिस्टिक हब को रेलमार्ग से जोड़ने की संभावना पर भी विचार किया गया। हब को मिश्रित भू उपयोग वाले क्षेत्र में विकसित किया जा सकता है। इसके अलावा यहां पर आवासीय उपयोग भी रहेगा। लॉजिस्टिक हब में मुख्य उपयोग औद्योगिक रहेगा। डीपीआर में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। डीलाइट कंपनी ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि सोमवार को वह अंतिम रिपोर्ट सौंप देगा।
तीन नए शहर भी बसाए जाएंगे
यमुना प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के किनारे तीन नए शहर बसाएगा। शहर टप्पल, राया और आगरा जिले की सीमा में बसाए जाएंगे। टप्पल-बाजना अर्बन सेंटर को 11104 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसमें 1794.4 हेक्टेयर उद्योगों और 1608.3 हेक्टेयर मिश्रिम भू उपयोग के लिए आरक्षित रहेगा। इस शहर को 35 सेक्टर बसाया जाएगा। यहां लॉजिस्टिक एवं वेयर हाउसिंग कलस्टर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा मथुरा जिले के राया में नया वृंदावन बसाया जाएगा। यह हेरिटेज सिटी रहेगी। 9350 हेक्टेयर में बसने वाले शहर में 731 हेक्टेयर में पर्यटन जोन बनेगा। 110 हेक्टेयर में रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा।
10 फरवरी को आर्थिक निविदा खोलेगा
इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राया (मथुरा) और टप्पल (अलीगढ़) में बसने वाले शहरों की डीपीआर बनाने के लिए 17 देशी-विदशी कंपनियों ने रुचि दिखाई है। ये कंपनियां 9 फरवरी को अपना-अपना प्रजेंटेशन देंगी। इसके बाद यमुना प्राधिकरण 10 फरवरी को आर्थिक निविदा खोलेगा। इसके बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने वाली कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।