457 ग्राम पंचायतों में पहली महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई, 6 प्रमुख समितियां गठित, पढ़ें रिपोर्ट

गौतमबुद्ध नगर : 457 ग्राम पंचायतों में पहली महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई, 6 प्रमुख समितियां गठित, पढ़ें रिपोर्ट

457 ग्राम पंचायतों में पहली महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई, 6 प्रमुख समितियां गठित, पढ़ें रिपोर्ट

Google Image | 457 ग्राम पंचायतों में पहली महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई

उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक 25-26 मई को ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत सदस्यों को शपथ दिला दी गई है। शासनादेश के मुताबिक 27 मई को नई गठित ग्राम पंचायतों की पहली अनिवार्य बैठक हुई। गौतमबुद्ध नगर में भी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद गुरुवार को नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान और सदस्यों की पहली बैठक आयोजित की गई। इसमें 6-6 समितियां भी बनाई गईं। तीन समिति में प्रधान सभापति रहेंगे। जबकि तीन समिति में सदस्य सभापति होंगे। हर समिति में एससी, पिछड़ा वर्ग एवं महिला को भी रखा गया है। इसके अलावा 7 विशेष आमंत्रित सदस्य विषय विशेषज्ञ के रूप में इन समितियों का हिस्सा होंगे। इसके अलावा राज्य सरकार के आदेशानुसार बैठक में गांव में बढ़ रहे कोविड-19 के संक्रमण को रोकने पर भी चर्चा की गई।

गौतमबुद्ध नगर में 19 अप्रैल को दूसरे चरण में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुआ था। 25 मई को जनपद के 41 ग्राम प्रधान और 457 ग्राम पंचायत सदस्यों ने वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन शपथ ली थी। शपथ लेने के बाद गुरुवार को प्रधान और सदस्यों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। खास बात यह है कि बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में फैले कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को काबू में करने को लेकर गहनता से विचार-विमर्श किया गया। इसके अलावा प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 6 स्थाई समितियां भी गठित की गई। इसमें नियोजन एवं विकास समिति, शिक्षा समिति, प्रशासनिक समिति, निर्माण कार्य समिति, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति और जल प्रबंधन समिति शामिल है। इसके अलावा भूमि प्रबंधन समिति भी होती है। 

इसमें प्रधान ही सभापति एवं उप प्रधान सभापति होते हैं। लेखपाल इस समिति में सचिव होते हैं। यह समिति पंचायत के अंदर सार्वजनिक संपत्ति की रखरखाव एवं देखभाल करती है। पेड़ एवं हॉट बाजार और मेलों की भी व्यवस्था यहीं समिति करती है। तालाब, पोखर के विकास एवं भूमि प्रबंधक समिति चकबंदी में भी सहायता करती है। संयुक्त समिति में दो या उससे अधिक ग्राम पंचायतें मिलकर काम कर सकते हैं। डीपीआरओ कुंवर सिंह यादव का कहना है कि शासन के आदेश पर गुरुवार को नवनिर्वाचित प्रधान और सदस्यों की बैठक आयोजित हुई है। जिसमें 6 समितियां गठित की गई हैं। समितियां गठित होने के बाद अब गांव में तेजी से विकास कार्य हो सकेंगे। साथ ही कोविड की रोकथाम में मदद मिलेगी। 

ग्राम पंचायतों में गठित हुईं ये समितियां - 
शिक्षा समिति : शिक्षा समिति में प्राथमिक शिक्षा, उच्च प्राथमिक शिक्षा, अनौपचारिक शिक्षा, साक्षरता से संबंधित काम होंगे। उपप्रधान इस समिति के सभापति होंगे।

जल प्रबंधन समिति : जल प्रबंधन समिति में राज्य के नलकूपों का संचालन एवं पेयजल संबंधी कार्य होंगे। ग्राम पंचायत की ओर से नामित सदस्य ही इसमें सभापति होंगे।

निर्माण कार्य समिति : निर्माण कार्य समिति में सभी निर्माण कार्य कराना और गुणवत्ता सुनिश्चित कराना है। इसमें ग्राम पंचायत की ओर से नामित सदस्य सभापति होंगे।

प्रशासन समिति : प्रशासन समिति में कर्मियों संबंधित सभी विषय एवं राशन की दुकान संबंधी कार्य किए जाएंगे। प्रधान इसके सभापति होंगे।

स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति : स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति में चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण संबंधी कार्य और समाज कल्याण विशेष रूप से महिला एवं बाल कल्याण की योजनाओं का संचालन होगा। इसके अलावा एससी, एस्टीवम पिछड़ा वर्ग की उन्नति एवं संरक्षण का काम भी इस समिति के द्वारा होगा। ग्राम पंचायत की ओर से नामित सदस्य सभापति होंगे।

नियोजन एवं विकास समिति : नियोजन एवं विकास समिति में ग्राम पंचायत की योजना तैयार की जाएगी। कृषि पशुपालन एवं गरीबी उन्मूलन के कार्यक्रम समिति द्वारा संचालित होंगे। प्रधान सभापति और 6 अन्य सदस्य में एससी, महिला एवं पिछड़े वर्ग का एक सदस्य होना अनिवार्य है।

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