गलगोटियास यूनिवर्सिटी में चौथा विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन, जस्टिस सुधीर अग्रवाल चीफगेस्ट के रूप में पहुंचे

Greater Noida : गलगोटियास यूनिवर्सिटी में चौथा विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन, जस्टिस सुधीर अग्रवाल चीफगेस्ट के रूप में पहुंचे

गलगोटियास यूनिवर्सिटी में चौथा विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन, जस्टिस सुधीर अग्रवाल चीफगेस्ट के रूप में पहुंचे

Tricity Today | गलगोटियास यूनिवर्सिटी में चौथा विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन

Greater Noida News : गलगोटिया विश्वविद्यालय में आयोजित चौथे विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि जस्टिस सुधीर अग्रवाल पहुंचे। उन्होंने युवाओं और शिक्षाविद से अपील करते हुए कहा कि मातृभूमि व मातृभाषा से बढकर दुनिया में कुछ नहीं है। हमें सदैव उनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने पर्यावरण पर कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हमें सदैव प्रकृति से प्रेम करना है। वरना प्रकृति हमसे नाराज होकर क्रूर रूप धारण कर लेती है। उसके परिणाम बहुत दुस्कर होते हैं। वृक्ष और जल हमें जीवन प्रदान करते हैं। हमें सदैव उनकी सुरक्षा करनी चाहिए। 

"प्रकृति अपना विराट रूप धारण करके सब कुछ नष्ट कर देगी"
उत्तराखंड में वृक्षों की सुरक्षा के लिए चलाए गए चिपको-आन्दोलन के मुख्य सूत्रधार और आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्म-भूषण चण्डी प्रशाद ने पर्यावरण पर बोलते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा आज पूरी दुनिया के लिये एक चुनौती बन गई है। इस जटिल समस्या से निपटने के लिए हमें प्रकृति का दोहन नहीं करना चाहिए। हमें सदैव प्रकृति से प्रेम करना है। जिससे आगे आने वाली पीढ़ियां अपना जीवन खुशी से व्यतीत कर सकें। अन्यथा प्रकृति अपना विराट रूप धारण करके सब कुछ नष्ट कर देगी। इस चौथे विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन-2023 के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ.जितेंद्र नागर ने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का परिचय कराते हुए कहा कि आज का दिन हम सबके लिए बहुत ही सौभाग्य का दिन है। राष्ट्र की महान विभूतियों के दर्शन करने, उनके बहुमूल्य विचारों को सुनने और हमारे विद्यार्थियों को सुअवसर प्राप्त हुआ है। इसके दूरगामी अच्छे परिणाम प्राप्त होगें।  

पर्यावरण सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे
डॉ.भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी देहली के प्रिंसिपल प्रोफेसर आरएन पाण्डेय ने इस चौथे विश्व पर्यावरण शिखर सम्मेलन 2023 मुख्य उद्देश्य बताते हुए कहा कि हमें पर्यावरण की सुरक्षा के लिए क्या महत्वपूर्ण कदम उठाने है। उन्होंने पर्यावरण की समस्याओं के समाधान पर अपनी बात रखी। चीफ साईंटिस्ट और सीएसआईआर-नीरी (द्हली) के विभाध्यक्ष डॉ.एसके गोयल ने भी पर्यावरण की सुरक्षा के मुख्य बिन्दुओं पर बात करते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा करना आज पूरी दुनिया की ज़िम्मेदारी है। हमें समय रहते इस पर मिलकर काम करना होगा।  

मन में एक नई ऊर्जा का संचार होगा
डॉ.मार्कण्डेय राय ने कहा कि शहरीकरण, औद्योगिकी से उत्पन्न हुए वातावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से तेजी से निपटने की आज एक महत्ती आवश्यकता है। वरना देरी करने से पर्यावरण की समस्या से निपटना बहुत मुश्किल हो जाएगा। गलगोटियास विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ.के मल्लिकार्जुन बाबू ने सभी अतिथियों का ह्रदय की गहराईयों से स्वागत करते हुए कहा कि आज के इस सम्मेलन के आयोजन से पर्यावरण की सुरक्षा करने के लिए खासकर युवाओं (विद्यार्थियों) और हम सभी के मन में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। हम पर्यावरण जैसी विकट समस्या से निपटने में एक दिन अवश्य ही कामयाब होंगे।

वैशिष्ट्य समस्याओं का समाधान आवश्यकता
विश्वविद्यालय के प्रो. वाइस चांसलर अवधेश कुमार ने कहा कि इस विशाल अधिवेशन की सबसे बडी विशेष बात यह है कि इसमें आज हमारे विद्यार्थियों को राष्ट्र की महान विभूतियों, शिक्षाविदों और पर्यावरण के ऊपर उत्कृष्ट कार्य करने वाले विद्वानों को सुनने का मौका मिला। उनके मन में पर्यावरण को बचाने के लिए एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। जिसके निकट भविष्य में अच्छे परिणाम आने की पूरी उम्मीद की जा सकती है। गलगोटियास विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया ने कहा कि शहरीकरण की वृद्धि और औद्योगिकी से उत्पन्न वैशिष्ट्य ग्रोथ के परिणाम स्वरूप बढ़ती वैशिष्ट्य ग्रोथ, वातावरण प्रदूषण, और जलवायु परिवर्तन जैसी वैशिष्ट्य ग्रोथ से उत्पन्न होने वाली वैशिष्ट्य समस्याओं को तेजी से समाधान की आवश्यकता है। 

वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या
गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ.ध्रुव गलगोटिया ने कहा कि आज पूरी दुनिया के लिये  पर्यावरण एक गंभीर समस्या बन चुकी है। उसके लिये उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण दोनों ही इसके बडे कारण हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिये आज पूरी दुनिया को ज़मीन स्तर पर बहुत ही ईमानदारी के साथ ठोस कदम उठाने होंगे। इस सम्मेलन में भी पर्यावरण की सुरक्षा के लिये भी विशेष सत्र रखा गया है। जिसमें व्यापक स्तर पर बातचीत होगी।  

हमें पर्यावरण की सुरक्षा करनी होगी : आराधना गलगोटिया
गलगोटियास विश्वविद्यालय की डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया ने कहा कि हमें यदि पर्यावरण की सुरक्षा करनी है तो हमें वृक्षों से बच्चों की तरह प्यार करना होगा। हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने भी होंगे और उनकी सुरक्षा भी करनी होगी। कार्यक्रम के संयोजक और गलगोटियास विश्वविद्यालय के मार्केटिंग विभाग के डायरेक्टर राज भाटी ने इस कार्यक्रम में दुनियाभर से वैज्ञानिक, चिकित्सक, शोधकर्ता, पर्यावरणवादी, शिक्षाविद, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, सिविल सोसायटी, औद्योगिक जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और छात्रों के बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.