गौतमबुद्ध नगर में ऑक्सीजन क्राइसिस और बढ़ते संक्रमण पर सीएमओ ने बड़ी जानकारी दी, पढ़िए

BIG NEWS: गौतमबुद्ध नगर में ऑक्सीजन क्राइसिस और बढ़ते संक्रमण पर सीएमओ ने बड़ी जानकारी दी, पढ़िए

गौतमबुद्ध नगर में ऑक्सीजन क्राइसिस और बढ़ते संक्रमण पर सीएमओ ने बड़ी जानकारी दी, पढ़िए

Tricity Today | डॉ दीपक ओहोरी

Coronavirus in Noida : गौतमबुद्ध नगर में बड़ी तेजी के साथ कोरोनावायरस का संक्रमण पांव पसार रहा है। दूसरी ओर जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन क्राइसिस (Oxygen Crisis) चरम पर है। हालात ऐसे हैं कि गुरुवार की सुबह से जिले के तमाम बड़े अस्पतालों ने नए मरीजों को भर्ती करने से इंकार कर दिया है। शहर के सरकारी और प्राइवेट अस्पताल ऑक्सीजन की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं। ऐसे में गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। जिसमें मुख्य रुप से 5 बिंदु शामिल किए गए हैं।

गौतम बुध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहोरी ने कहा, "जिले में कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ अफवाहें चल रही थीं कि जिले में लोगों को प्रवेश करने से रोक दिए गया है। यह गलत संदेश है। यह स्पष्ट किया गया है कि ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है। कुछ निजी अस्पतालों में जहां बेड का विस्तार किया गया है और जहां ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता अनुबंध के अनुसार आपूर्ति नहीं कर पाए हैं, उन्हें फिलहाल रोक दिया गया है। ऐसे अस्पतालों में कोई नया प्रवेश नहीं लिया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति सामान्य होने के बाद फिर से एडमिशन शुरू होंगे।"

सीएमओ ने आगे कहा, "अन्य सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता और चिकित्सा आवश्यकता के अनुसार सामान्य प्रवेश प्रक्रिया जारी रहेगी। राज्य सरकार के परामर्श से जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता को सामान्य बनाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।" दूसरी ओर प्राइवेट अस्पतालों में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया में गुरुवार को राज्य सरकार ने व्यापक फेरबदल कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद की ओर से एक शासनादेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जिन प्राइवेट अस्पतालों को कोविड-19 का इलाज करने की अनुमति दी गई है, वह सीधे मरीजों को भर्ती कर सकते हैं। जिलों में स्थापित किए गए कोविड-19 सेंटर के जरिए केवल 10 फ़ीसदी बिस्तरों पर मरीजों को भेजा जाएगा। अस्पतालों को यह 10 फ़ीसदी बिस्तर जिला प्रशासन के लिए खाली रखने होंगे।

आपको बता दें कि गौतमबुद्ध नगर में पिछले 24 घंटों के दौरान 530 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 444 लोग स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट गए हैं। गुरुवार को जिले में इस संक्रामक बीमारी के कारण 11 लोगों की मौत हुई है। अब तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा में महामारी की चपेट में आने के कारण 169 लोग मर चुके हैं। इस वक्त जिले में 4088 सक्रिय मामले हैं। लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिले के अस्पतालों में 2 दिनों से ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। ऐसे में अस्पतालों ने कोविड-19 के नए मरीजों को भर्ती करने से भी इनकार कर दिया है।

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