Greater Noida : किसान नेता सुनील फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सुनील फौजी पिछले करीब साढ़े सात महीनों से किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वह पल्ला गांव में धरने पर बैठे थे। मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात ग्रेटर नोएडा की दादरी पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि उनकी पत्नी का इलाज ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है। सुनील फौजी बीती रात अपनी पत्नी से मिलने गए थे। उसी दौरान पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। दूसरी तरफ मंगलवार की सुबह भारी फ़ोर्स पल्ला गांव में धरनास्थल पर पहुंचा। किसानों को हटा दिया गया है। पुलिस ने धरनास्थल को तोड़ दिया गया है।
सैकड़ों किसानों ने दादरी कोतवाली का घेराव किया
सुनील फौजी की गिरफ्तारी और धरनास्थल पर कार्रवाई के बाद किसानों में भारी आक्रोश है। पल्ला, पाली, बोड़ाकी और आसपास के दूसरे गांवों के सैकड़ों किसान दादरी थाने पहुंचे हैं। कोतवाली का घेराव किया जा रहा है। किसानों की मांग है कि सुनील फौजी को रिहा किया जाए या हम सैकड़ों लोगों को भी जेल भेजा जाए। दूसरी ओर अभी तक गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। दादरी के इंस्पेक्टर से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया। उनका फोन एसएसआई वरुण कुमार ने उठाया। उन्होंने सुनील फौजी के बारे कोई जानकारी नहीं हों की बात कही है। उन्होंने बताया कि एसएचओ बीमार हैं।
क्या है किसानों की मांग
किसान पिछले करीब साढ़े 7 महीनों से पल्ला गांव में प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां लगातार दिन-रात धरना चल रहा है। यह दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे फ्रेट कॉरिडोर और सेतु निगम की परियोजनाओं से प्रभावित किसान हैं। इन किसानों का कहना है, "हमें सरकार ने उचित मुआवजा नहीं दिया है। इसके विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। करीब एक महीने पहले किसानों और अधिकारियों के बीच एक बैठक के दौरान सहमति बन गई थी।" उसके बावजूद काफी मामलों को लेकर सैकड़ों की संख्या में किसान प्रदर्शन पर बैठे थे। जिसकी वजह से काफी प्रोजेक्ट्स में रुकावट आ रही थी। वहीं, दूसरी ओर किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन और सरकार उनको उचित मुआवजा दें। जिसके बाद में जमीन से अपने आप हट जाएंगे। पिछले 7 महीनों के दौरान काफी वार्ता हुई, लेकिन किसी भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
पल्ला गांव में पुलिस ने धरना खत्म किया
मंगलवार की सुबह भारी पुलिस फोर्स पल्ला गांव में चल रहे धरने को खत्म करवाने मौके पर पहुंची। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक और झड़पें हुई हैं। फिलहाल भारी पुलिस बल मौके पर है और धरना स्थल को हटा दिया गया है। टैंट उखाड़ दिया गया है। किसानों को हिरासत में लेकर व्यायामशाला में बंद कर दिया गया। बाद में किसान अपने नेता सुनील फौजी से मिलने दादरी कोतवाली पहुंचे और हंगामा किया। किसी किसान को गिरफ्तार नहीं किया गया है। आपको बता दें कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल रेलवे फ्रेट कोरिडोर से प्रभावित किसान सर्किल रेट से 4 गुना मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत बाकी लाभ मांग रहे हैं।