एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 38 लाख की ठगी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पत्र दिखाकर बनाया शिकार

ग्रेटर नोएडा : एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 38 लाख की ठगी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पत्र दिखाकर बनाया शिकार

एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 38 लाख की ठगी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पत्र दिखाकर बनाया शिकार

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी दो युवक से शातिर ठगों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का अनुमोदित पत्र दिखाकर एमबीबीएस में दाखिला कराने के नाम पर 38 लाख 21 हजार रुपए ठग लिए है। जब पीड़ित युवकों का एमबीबीएस में दाखिला नहीं हुआ तो उन्होंने अपने रुपए वापस मांगे तो आरोपी आनाकानी करने लगे, जिस पर पीड़ित को ठगी का पता लगा। इस मामले में पुलिस उपायुक्त के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गांव खेड़ी निवासी धनेश चंद्र शर्मा और प्रमोद कुमार ने बताया कि वर्ष 2019 में वह अपने बच्चों का दाखिला एमबीबीएस में कराना चाहते थे। इसके लिए उनके एक जानकार रविंद्र नाडर और उसके सहयोगियों विक्टर नाडर और लियोनेल हेक्टर, शरोन रोज और कैरोलिन कैनेडी निवासी नवी मुंबई ने वीवीआईपी कोटे से गवर्नमेंट कॉलेज की एमबीबीएस की 2 सीटें दिलाने का भरोसा दिलाया था। इन लोगों ने दोनों बेटों का एमबीबीएस में दाखिला कराने के लिए 40 लाख रुपए की मांग की थी।

आरोप है कि इन लोगों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम भी पत्र लिखा और उसके बाद दोनों का अनुमोदित पत्र भी दिखाया। इसके अलावा इन लोगों के द्वारा पहले कराए गए एडमिशन वाले छात्र-छात्राओं से बात भी कराई गई। जिस कारण वह लोग इनकी बातों में आ गए। इसलिए शातिरों द्वारा बताए गए 16.50 हजार नकद और 23.50 हजार 7 अगस्त 2019 को बैंक में जमा कराए गए। हालांकि कुछ रुपए वह जमा नहीं कर पाए थे। कुल मिलाकर आरोपियों ने 38.21 लाख रुपए उनसे हड़प लिए।

काफी समय बीत जाने के बाद भी जब उनके बेटों का एमबीबीएस में दाखिला नहीं हुआ तो उन्होंने अपने रुपए वापस मांगे। जिस पर आरोपी ने रुपए देने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद उन्होंने सूरजपुर थाना पुलिस से रुपए वापस कराने की मांग की। लेकिन पुलिस ने भी उनकी मदद नहीं की। जिसके बाद उन्हें मजबूरी में पुलिस उपायुक्त के पास जाना पड़ा। पुलिस उपायुक्त के आदेश पर सूरजपुर थाना पुलिस ने शातिर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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