बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर के साथ मिलकर 67 लाख की धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार, जानिए कैसे दिया था वारदात को अंजाम

ग्रेटर नोएडा : बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर के साथ मिलकर 67 लाख की धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार, जानिए कैसे दिया था वारदात को अंजाम

बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर के साथ मिलकर 67 लाख की धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार, जानिए कैसे दिया था वारदात को अंजाम

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ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना और आईटी सेल के संयुक्त प्रयास से 67 लाख की धोखाधड़ी करने वाले 25 हजार के इनामी वांछित बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने एक व्यक्ति के मोबाइल की दूसरी सिम निकलवा कर और डेबिट कार्ड जारी करा कर खाते से रुपए निकाल लिए थे। पुलिस इनामी बदमाश के तीन बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। दो अभी फरार हैं। जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।

बीटा-2 थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आईटी सेल के सयुंक्त प्रयास से धोखाधड़ी करने वाले 25 हजार रुपये के इनामी प्रदीप राना निवासी अग्रवाल की मण्डी टटीरी बागपत को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल वह नई दिल्ली में रह रहा था। इनामी बदमाश और उसके 5 साथियों ने मिलकर एक व्यक्ति के खाते से 67 लाख रुपए निकाल लिए थे। जिसके बाद पुलिस ने सतीश राना निवासी अग्रवाल मण्डी टटेरी बागपत, अनुज निवासी सैदपुरा औरंगाबाद बुलन्दशहर, जितेन्द्र कुमार निवासी हरिद्वार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सभी आरोपी ग्रेटर नोएडा में किराए पर मकान लेकर रह रहे थे। इस मामले में अब पुलिस को इंडसइंड बैंक के तत्कालीन डिप्टी ब्रांच मैनेजर विक्रम कटारिया और रतन सिंह राना निवासी बागपत की तलाश है।

उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सुरेश यादव का अल्फा -1 स्थित इंडसइंड बैंक में खाता है। यादव के मोबाइल नंबर खाता मे लिंक था। आरोपियों ने दूसरी नई सिम निकलवाकर और फर्जी दस्तावेज से डेबिट कार्ड जारी कराकर खाते से 67 लाख हड़प लिए थे। जिसमें से 12 लाख रुपये डेबिट कार्ड द्वारा और शेष रुपयों की आईएमपीएस के माध्यम से विभिन्न ज्वैलर्स से सोने के सिक्के एवं ज्वैलरी खरीदकर बेचकर आपस में रुपयों का बंटवारा कर लिया था।

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